भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि सत्ता में आने के लिए छटपटा रही कांग्रेस के आज ऐसे दिन आ गये हैं कि अब उसे अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी रत्ती भर भरोसा नहीं रहा। ताजा मामला महाराष्ट्र का है जहां उन्होंने अपने सभी विधायकों का मोबाइल फोन जब्त करते हुए उन सभी को जयपुर भेज दिया है।
कांग्रेस को यह सोचना चाहिए कि यह सारे विधायक चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं, मोबाइल छीन कर उन्हें जबर्दस्ती अंडरग्राउंड कर देना न केवल लोकतंत्र बल्कि सीधे सीधे जनता का अपमान है। लेकिन राजशाही के कारण पार्टी में ऊंचे पदों पर बैठे इनके नेताओं को इसका ज्ञान तक नहीं है। भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में बेल पर बाहर इनके नेता दूसरों को भी अपने जैसा समझते हैं। वह इस बात को मान चुके हैं कि उनके सारे नेता भ्रष्टाचारी हैं और इसीलिए उनकी नीयत पर शक करते रहते हैं। इनके अधिसंख्य नेताओं में भी आत्मसम्मान नाम की चीज नहीं बची है, नहीं तो वह ऐसी पार्टी को छोड़ कर तुरंत बाहर निकल जाते।
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस के अंदरखाने में मची इस सारी उठापटक के लिए कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व दोषी हैं। केवल वंशवाद के कारण इनकी पार्टी में चाटुकारिता छोड़ कर कोई और विचारधारा बची ही नहीं है, जिसके कारण केवल परिक्रमा करने वाले ही इनकी पार्टी में नेता बन पाते हैं। इसी वजह से जनता से कटे और लोकतंत्र की समझ न रखने वाले लोग इनकी पार्टी पर कब्जा जमा चुके हैं।
कांग्रेस के नेता बताएं कि अगर उनके विधायक भरोसे के काबिल नहीं है तो वह उन्हें टिकट क्यों देते हैं? क्यों चुनावों के समय वह जनता से उन्हें वोट देने की चिरौरी करते हैं? दरअसल इस मामले में उन्हें भाजपा से सीख लेनी चाहिए। उन्हें यह समझना चाहिए कि कैसे लोकतंत्र का पालन करने और स्पष्ट विचारधारा के कारण भाजपा के कार्यकर्ता अनुशासित रहते हैं। इससे देश को भी लाभ मिलता है और लोकतंत्र को भी।