
बच्चों के साथ होने वाले यौन शोषण के प्रति अभिभावक संवेदनशील हो, इसके लिए सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड ने वेबसाइट पर कोमल फिल्म को अपलोड किया है। महज दो महीने में अभी तक पटना जोन के दस लाख अभिभावकों ने इसे देखा।
इतना ही नहीं 20 हजार अभिभावकों ने मूवी देखने के बाद प्रतिक्रिया देने के साथ माना कि उनके बच्चों के साथ यौन शोषण हुआ है। साथ में अभिभावकों ने कहा कि बोर्ड की यह अच्छी पहल है। ज्ञात हो कि स्कूली बच्चों को यौन शोषण से बचाने और अभिभावकों को सचेत करने के लिए कोमल फिल्म को बोर्ड ने वेबसाइट पर डाला। इसके अलावा स्कूल स्तर पर भी ये फिल्म बच्चों को दिखायी जाती है। इसका सबसे ज्यादा असर बोर्ड वेबसाइट से सीधा अभिभावकों को जोड़ने से हुआ है। देशभर की बात करें तो अभी तक चार करोड़ 45 लाख 654 अभिभावक इसे देख चुके हैं। अगर पटना जोन (बिहार और झारखंड) की बात करें तो दस लाख अभिभावक केवल इन दो राज्यों से इस फिल्म को देख चुके हैं।
छोटे और संबद्धता वाले स्कूलों के अभिभावकों ने भी की विजिट
ऐसे स्कूलों के अभिभावकों ने भी बोर्ड वेबसाइट पर इस फिल्म को देखा है जो सीबीएसई या आइसीएसई बोर्ड से संबद्ध नहीं है। चूंकि अभिभावक एक-दूसरे से जुड़े हैं। एक दूसरे से चर्चा करते हैं। इससे इस फिल्म को छोटे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक भी देख रहे हैं।
10 मिनट की मूवी में रिश्तेदार से लेकर शिक्षक तक शामिल
मानव संसाधन और विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय महिला निगम, नई दिल्ली द्वारा कोमल फिल्म तैयार की गई। यह फिल्म दस मिनट के एनिमेशन पर आधारित है। इसमें उन सभी पहलुओं पर नजर रखी गयी है जो एक छोटे से बच्चे के साथ अक्सर होता है। इसे अभिभावक गंभीरता से नहीं लेते हैं।
अभिभावकों ने किए ये सारे कमेंट
– ये काफी संवेदनशील मामला है। हम सभी जागरूक हुए।
– अगर पहले ये मूवी देखी होती तो बच्चों के साथ नहीं होता।
– हमें पता चला कि बच्चों के मामले में किसी पर भी भरोसा नहीं कर सकते
– बच्चे केवल अपने मां-पापा के साथ ही सुरक्षित हैं
– बच्चों से उनकी मनोदशा के बारे मे बातें करनी होगी
– इस फिल्म ने हमारी आंखें खोली
यौन शोषण से बच्चों की मानसिकता पर बहुत असर होता है। ऐसे में अभिभावकों को सचेत रहने की जरूरत है। इस मूवी से काफी संख्या में अभिभावक जुड़े हैं। लोगों के बीच इसकी गंभीरता पहुंची है। काफी अच्छा कदम है।