पटना भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल के बेटे सौरभ अग्रवाल की कटिहार की कंपनी टॉपलाइन अब पथ निर्माण विभाग से दो वर्षों तक कोई नया काम नहीं ले पाएगी। विभाग ने सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता के लिए जिम्मेवार ठहराते हुए उसके निबंधन को दो वर्षों के लिए निलंबित कर दिया है।
विभागीय अभियंता प्रमुख कार्यालय ने इसकी अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि 11 नवंबर को ही निलंबित किया गया है। यह भी स्पष्ट किया कि घूसखोरी में पकड़े गये इंजीनियर अरविंद कुमार और टॉपलाइन कंपनी के विवाद वाले मामले से इस निलंबन का कोई वास्ता नहीं है।
टॉपलाइन इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड को एनएच प्रमंडल अररिया में एनएच-327ई का कार्य आवंटित किया गया था। 4326 करोड़ लागत वाली सड़क निर्माण कार्य आरम्न्भ करने की तिथि फरवरी 2016 और काम पूर्ण करने की अवधि फरवरी 2017 थी। काम खत्म होने के बाद विभागीय उड़नदस्ता टीम ने जून 2017 में जांच की तो कई तरह की गड़बड़ी मिली। सड़क की मोटाई 55 एमएम कम पायी गई और एग्रीगेट मिश्रण में भी कमी पायी गई। इसके बाद कंपनी पर आरोप गठित कर स्पष्टीकरण मांगा गया।
कई बार पत्राचार करने के बाद कंपनी ने बीते 3 अगस्त को बिना वांछित कागजात दिए अपना स्पष्टीकरण स्वीकार करने का अनुरोध किया पर विभाग ने नहीं माना। ऐसे में ठीकेदार निबंधन नियमावली के अंतर्गत उसके निबंधन को दो वर्ष के लिए निलंबित किया गया।
16 लाख रुपए लेते अरविंद को निगरानी ने दबोचा था साेमवार काे इसी कंपनी से 16 लाख रुपए घूस लेते कटिहार पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार पकड़े गए थे।