भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल के बेटे सौरभ अग्रवाल की कंपनी टॉपलाइन से 16 लाख रुपए घूस ले रहे पथ निर्माण विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरविंद कुमार सोमवार की सुबह निगरानी के हत्थे चढ़ गए। वे राजधानी के जगदेव पथ क्षेत्र में आंबेडकर पथ के हरिचरण रेसिडेंसी अपार्टमेंट स्थित अपने फ्लैट नंबर 401 में घूस की राशि ले रहे थे। आरोपी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कटिहार पथ प्रमंडल में पोस्टेड हैं।
उन्होंने रोड मेंटेनेंस कार्य से जुड़ी टॉपलाइन कंपनी के 83.52 करोड़ रुपए के बिल का भुगतान करने के लिए कंपनी के निखिल कुमार (बिंची, कोढ़ा, कटिहार) से कुल एग्रीमेंट का 1 प्रतिशत यानी 84 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। अनुरोध-विनती करने पर 80 लाख लेकर काम करने पर राजी हुए। इसके बाद निखिल ने निगरानी के पास आरोप दर्ज करा दी। निगरानी के वेरिफिकेशन में इंजीनियर ने पहली किस्त के रूप में 16 लाख घूस लेकर काम करने की डीलिंग फाइनल की थी।
एग्जीक्यूटिव इंजीनियर की गिरफ्तारी के बाद निगरानी टीम ने तीसरे तल्ले पर उनके आवासीय फ्लैट (नंबर 301) में सर्च ऑपरेशन चलाया। घर के हर हिस्से को खंगाला गया। इस पर्यंत 90 हजार नकद, 14 लाख के जेवरात, दो गाड़ियां (आल्टो और स्कूटी), आयकर से जुड़े पेपर, निवेश, भूमि के कागजात आदि जब्त किए गए। देर रात तक इंजीनियर की चल-अचल संपत्ति का अाकलन करने में जांच टीम के अफसर लगे हुए थे।
मामले को लेकर निगरानी थाने में एफआईआर (नंबर 45-2019) दर्ज की गई है। मुख्यालय के अनुसार पूछताछ के बाद आरोपी अफसर को मंगलवार को भागलपुर की विजिलेंस न्यायलय में पेश किया जाएगा। फिलहाल उनके दोनों फ्लैटों से बरामद कागजातों व अन्य चल-अचल संपत्ति से जुड़े हर पहलू पर समीक्षा की जा रही है। अगर अधिक संपत्ति मिली तो आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया जाएगा।
भाजपा के विधान पार्षद अशोक अग्रवाल ने कहा कि टॉपलाइन कंपनी मेरे बेटे सौरभ अग्रवाल की है। एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरविंद कुमार ने बिल भुगतान के लिए पैसे की मांग की थी, जिसका यह परिणाम है। नीतीश राज में किसी अधिकारी को इस तरह की छूट नहीं दी जा सकती। जो गलत करेगा, वह निगरानी की गिरफ्त में होगा।
निगरानी के ट्रैप के समय अजीबोगरीब वाकया हुआ। एक तरफ अपार्टमेंट के चौथे तल्ले पर फ्लैट (नंबर 401) में इंजीनियर घूस लेते पकड़े गए। दूसरी ओर छापे की भनक लगते ही तीसरे तल्ले पर आवासीय फ्लैट (301) के बाथरूम में उनकी पत्नी ने नोटों के कई बंडल व कागजात जला कर कमोड के फ्लश में बहा दिए। बाद में बाथरूम का दरवाजा तोड़कर निगरानी टीम ने पसरी राख के बीच से जले हुए 500 रुपए के टुकड़े बरामद किए। बाद में जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। फिलहाल यह साफ नहीं हो सका है कि कितने नोट जलाए गए।