पटना – देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण बिहार सरकार ने 22 से 24 मार्च तक आयोजित होने वाले ‘बिहार दिवस कार्यक्रम’ को स्थगित करने के साथ ही शुक्रवार से 31 मार्च तक राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थानों, सिनेमा घरों, संग्रहालय, पटना का जैविक उद्यान और उद्यान समेत भीड़ वाले जगहों को बंद रखने का आदेश दिया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि सरकार ने पूर्वावधान के तौर पर 31 मार्च तक भीड़ वाली सभी जगहों को बंद रखने का आदेश दिया है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है।
यद्यपि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा जारी रहेगी।
मुख्य सचिव ने बताया कि 31 तक सरकार की ओर से किसी भी तरह का सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने का भी निर्णय लिया गया है। सरकार ने 22 मार्च को आयोजित होने वाले ‘बिहार दिवस कार्यक्रम’ को भी स्थगित कर दिया है। अब इस कार्यक्रम का आयोजन बाद में होगा।
उन्होंने बताया कि ज्ञान भवन, एसके मेमोरियल हॉल और बापू सभागार समेत सभी हॉल में आयोजित कार्यक्रमों को रद्द करने के साथ ही 31 मार्च तक यहां सभी तरह के कार्यक्रमों के आयोजन पर भी रोक लगा दी गयी है।
आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बंद रखने का निर्णय किया गया है।
खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन पर भी रोक रहेगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि विद्यालय बंद रहने के समय मध्याह्न भोजन की राशि बच्चों के परिजनों के खाते में डाल दी जायेगी। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या कम हो इसे लेकर सरकारी कर्मियों को एकान्तर (एक दिन छोड़कर) बुलाने पर विचार हो रहा है।
बिहार से लगी नेपाल की सीमा पर कड़ी चौकसी बरतने का आदेश दिया गया है। बिहार में नेपाल से आने वाले सभी लोगों को जांच के बाद ही प्रवेश मिलेगा। इसके लिए सीमा पर चिकित्सकों का दल तैनात रहेगा।
उन्होंने बताया कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल, नालंदा मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय समेत बिहार के सभी सरकारी चिकित्सालयों में कोरोना के संदिग्ध रोगियों की जांच की व्यवस्था की गयी है। चिकित्सालयों में अलग से पृथक वार्ड (आइसोलेशन वॉर्ड) बनाये गये हैं। पीएमसीएच के डॉक्टरों की छुट्टी भी रद्द कर दी गयी है।
विदित हो कि बिहार में अभी तक कोरोना वायरस से पीड़ित एक भी रोगी नहीं मिला है। शुक्रवार तक 142 संदिग्ध रोगियों की जांच की गयी थी लेकिन किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। इनमें से 73 को चिकित्सालय से छुट्टी भी दे दी गयी है।
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मुख्य सचिव दीपक कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय समेत स्वास्थ्य विभाग के कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
वहीं, भारत-नेपाल सीमा से लगे पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल में कोरोना वायरस को लेकर गंभीर चेतावनी जारी किया गया है। मंडल रेल प्रबंधक अशोक माहेश्वरी ने बताया कि रेल मंत्रालय के निर्देश पर मंडल के बनमनखी, सहरसा, दरभंगा, नरकटियागंज, मोतिहारी एवं समस्तीपुर रेलवे चिकित्सालय में करीब चार सौ शैयाओं का पृथक वार्ड बनाया गया है।