गया – देश में कोरोना महामारी के संक्रमण का भय ऐसा है कि सामान्य मृत्यु पर भी शव जलाने में सम्मिलित होने से लोग भयभीत होने लगे हैं। एक ऐसी ही घटना गया जिले के के पड़री गांव में सामने आई।
गया जिले के इस गांव के धर्मेन्द्र चौधरी अपनी पत्नी पूनम के साथ लुधियाना में रहते थे। देश भर में तालाबंदी घोषित होने के बाद 25 मार्च को वह गांव लौटे। धर्मेन्द्र का कहना है की लुधियाना में पूनम और उनकी कोरोना की जांच हुई थी जिसमें संक्रमण नहीं होने की पुष्टि की गई थी।
पूनम दो माह से गर्भवती थी। दुर्भाग्यवश सोमवार को सवेरे उसकी मृत्यु हो गई। गांव का कोई भी व्यक्ति न तो शव के पास आया और न ही अंतिम यात्रा में सम्मिलित होने के लिए तैयार ही हुआ।
सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस आई और शव का अंतिम संस्कार संपन्न हो पाया।