
बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के छठे दिन विपक्ष ने हड़ताली नियोजित शिक्षकों की मांग के समर्थन में जमकर हंगमा किया। प्रश्नकाल के बाद सीपीआई विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि राज्य में साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं लेकिन सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही है। हड़ताल के कारण स्कूलों में पढ़ाई का काम ठप है। सरकार शिक्षकों की मांग पूरी करे और तुरंत हड़ताल खत्म कराए।
इससे पहले सदन के बाहर राजद और भाकपा-माले के विधायकों ने नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भाकपा-माले के विधायकों ने नीतीश सरकार पर घोटालों के आरोप लगाए। साथ ही हड़ताल पर बैठे शिक्षकों के लिए समान काम समान वेतन की मांग की। सीपीआई विधायकों ने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ दर्ज देशद्रोह का केस वापस लेने की मांग की।
राजद विधायक वीरेंद्र ने कहा कि दीया बुझने से ज्यादा तेजी से जला है। नीतीश कुमार भले 200 से ज्यादा सीट जीतने का दावा करें, लेकिन सच्चाई यही है कि वे सत्ता से जाने वाले हैं। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी। जनता नीतीश की सच्चाई समझ चुकी है और इसी वजह से कार्यकर्ता सम्मेलन में भी जदयू के लोग नहीं जुटे।