मुंबई: महाराष्ट्र के राजनैतिक महा-नाटक में शनिवार एक नाटकीय घटनाक्रम में प्रातः 5:47 बजे राष्ट्रपति शासन हटा और 7:30 बजे भाजपा-राकांपा ने सरकार बनाई। भारतीय जनता पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है।
देवेंद्र के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार ने राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही शिव सेना द्वारा शुरू किया यह राजनैतिक महानाटक – जिसने महराष्ट्र में पिछले कुछ समय से अनिश्चितता की अवस्था उत्पन कर दी थी – अब समाप्त होने जैसी प्रतीत हो रही है |
सम्पूर्ण घटनाक्रम कुछ अन्य प्रश्नों को भी जन्म दे देती हैं क्योंकि शुक्रवार की रात तक यही खबरें थीं कि उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाने पर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मान गई है। सुबह होते ही महाराष्ट्र की राजनैतिक तस्वीर पूर्णतयः ही बदल गई।
शपथ ग्रहण के बाद प्रेस से बात करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘महाराष्ट्र की जनता ने स्पष्ट जनादेश दिया था। हमारे साथ लड़ी शिवसेना ने उस जनादेश को नकार कर दूसरी जगह गठबंधन बनाने का प्रयास किया। महाराष्ट्र को स्थिर शासन देने की जरूरत थी। महाराष्ट्र को स्थायी सरकार देने का फैसला करने के लिए अजीत पवार को धन्यवाद।’
महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद फडणवीस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने कहा है, ‘देवेंद्र फडणवीस जी और अजित पवार जी को क्रमश: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने की बधाई। मुझे विश्वास है कि वे महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगन से काम करेंगे।’
शनिवार सुबह 8 बजे तक शायद ही किसी को अंदाजा रहा होगा कि महाराष्ट्र की राजनीति यूं करवट लेगी। शुक्रवार देर रात तक यह लगभग तय हो गया था कि शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र की नई सरकार के गठन का ऐलान कर दिया जाएगा। लेकिन सुबह देवेंद्र फडणवीस को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी और ठाकरे की उम्मीदों पर पानी फिर गया। नई सरकार में अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने हैं।
उपमुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि “24 अक्टूबर को रिजल्ट आया। तब से अभी तक कोई भी सरकार बना नहीं सका। महाराष्ट्र में कई परेशानियां हैं, ज्यादा तो किसानों की परेशानियां हैं। वो हल करने के लिए लोगों द्वारा चुनी गई सरकार आती है तो उससे निर्णय जल्द लिए जा सकते हैं। इसीलिए हमने ये फैसला किया (भाजपा के साथ सरकार बनाने का)।”
हालांकि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा था कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन को लेकर सहमति बन गई है और महाराष्ट्र की नई सरकार का नेतृत्व उद्धव ठाकरे करेंगे। कांग्रेस, NCP और शिवसेना के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद उन्होंने यह ऐलान किया था लेकिन शनिवार की सुबह तक शरद पवार के इस ऐलान के उलट NCP और भाजपा ने सरकार बना ली।