
दिल्ली में प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर पर है। लोगों की सांसों में लगातार जहरीला धुआं जा रहा है। इस विकट स्थिति से निजात पाने के लिए दिल्ली के लोग सरकार की ओर देख रहे हैं। उन्हें यही लगता है कि अब तो प्रदूषण का स्तर अपने चरम पर पहुंच चुका है, इसलिए सरकार कुछ करेगी।
प्रदूषण कम हो न हो, मगर उनकी इस सोच के बीच उन्हें केंद्रीय मंत्रियों की बिन मांगे सलाह मिल जाती है। जैसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों को लाल मिर्च और गाजर खाने की सलाह दी है। कहा ब्रोकली और पालक का सलाद खाओ। इन सुझाव पर लोगों ने कहा, लग रहा है मंत्री जी इन सब्जियों के दाम बढ़वा कर ही मानेंगे। दूसरे केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़केर बोले, अपने दिन की शुरुआत संगीत से करें। इस बाबत लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा, आप सच में पर्यावरण मंत्री हैं, कोई फेक आईडी तो नहीं है।
राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर तीन साल के अपने उच्च स्तर पर जा पहुंचा है। दिल्ली के लोगों को दमघोंटू हवा में सांस लेना पड़ रहा है। इस बीच जब दो केंद्रीय मंत्रियों ने प्रदूषण को लेकर अपनी सलाह को ट्वीट किया तो उन्हें लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्विटर लिखा कि, अपने दिन की शुरुआत संगीत से करें। नीचे वीणा प्रतिपादक ‘इमानी संकरा शास्त्री’ की एक विषयगत रचना स्वगतम की कड़ी दी गई है।
उनके इस ट्वीट के बाद लोगों ने लिखा, जब आप एचआरडी मंत्री थे तो टेक्सट बुक में एक लाइन भी चेंज नहीं हुई। अब पर्यावरण मंत्री हैं तो भी कुछ नहीं कर रहे हैं। कई लोगों ने मंत्री के ट्वीट के जवाब में प्रदूषण के स्तर वाला चार्ट भेज दिया। नितिन मिश्रा ने लिखा, इसे कहते हैं कि रोम जल रहा है था और नीरो बांसुरी बजा रहा था। सोना ने अपना जवाब कुछ यूं दिया, जब इतना प्रदूषण हो तो आवाज गले से नहीं, दिल से निकलती है। जब पर्यावरण मंत्री इतने प्रदूषण में संगीत सुनने की बात कह रहे हैं तो ‘नीरो’ और रोम जलने की बात याद आती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि गाजर खाने से प्रदूषण संबंधित नुकसान से बचा जा सकता है। इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद मिलती है। हर्षवर्धन ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘गाजर खाने से शरीर को विटामिन ए, पोटेशियम और एंटीऑक्सिडेंट मिलते हैं। ये रतौंधी से बचाते हैं। गाजर, लाल मिर्च और पालक की सलाद खाना भी प्रदूषण के दौरान लाभदायक रहता है।