लौरिया – वर्ष 2017 में आयी बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई थी। मगर उससे भी ज्यादा बाढ़ की आड़ में लूट-घसोट का बोलबाला रहा था। खाता न बही जो मुखिया जी और सीओ कहे वही सही की तर्ज पर हुई लूट का खुलासा इस बार 2019 में आई बाढ़ को लेकर ताजा बाढ़ सर्वेक्षण के दौरान हो रहा है। इस बार बाढ़ पीड़ितों को विगत 2017 के आधार पर सहाय्य राशि भेजने की कवायद के बीच सर्वेक्षण के दौरान भारी अनियमितता सामने आ रही है।
देखा जा रहा है कि बाप-बेटे, पति-पत्नी, नाबालिग और अविवाहित ने जमकर राहत राशि का उठाव किया था। एक ही खाते से कई परिवारों का भुगतान दिखाया गया है। इतना ही नहीं खाता नंबर से लेकर बैंक का आईएफसी कोड तक गलत दिखाया जा रहा है। मामले की पुष्टि करते हुए सीओ संजय कुमार का कहना है कि यह सच है कि 2017 की बाढ़ राहत से राशि में भारी अनियमितता है। कहीं पति-पत्नी तो कहीं बाप बेटा ने साथ-साथ राशि का उठाव किया है। मगर विगत 2017 के बाद से राशि उठाने में जो भी गलती हुई है उसे सुधारा जा रहा है।