
दुनिया के दो शख्सियतों विलियम हेनरी गेट्स (बिल गेट्स) और मार्क जुकरबर्ग के बारे में आप जानते ही होंगे। आप यह भी जानते होंगे कि बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर आदमी हैं, लेकिन आप यह शायद ही जानते होंगे कि बिल गेट्स और मार्क जुकरबर्ग दोनों लोग हावर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी डिग्री पूरी नहीं की है। दोनों हावर्ड यूनिवर्सिटी से ड्रॉप आउट हैं। आइए जानते हैं इन दोनों शख्सियतों की पढ़ाई और कमाई के तरीके के बारे में
बिल गेट्स अमेरिकन व्यवसायी के साथ निवेशक, लेखक और एक बड़े दानदाता के रूप में दुनिया में जाने जाते हैं। बिल गेट्स ने साल 1973 में हावर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था। बिल गेट्स वहां गणित के साथ विज्ञान की पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन 1975 में उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। गौर करने वाली बात यह है कि इसी साल यानी 1975 में ही 4 अप्रैल को बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट की शुरुआत। यूनिवर्सिटी में ही पढ़ाई के दौरान बिल गेट्स की मुलाकात स्टीव बॉल्मर से हुई जो कि उनके क्लासमेट थे। दोनों में गहरी दोस्ती इसलिए भी थी, क्योंकि कंप्यूटर के क्षेत्र में काम करना चाहते थे, हालांकि बॉल्मर ने अपनी डिग्री की पढ़ाई पूरी की।

वहीं बिल गेट्स को हावर्ड यूनिवर्सिटी ने 2007 में मानद् उपाधि से सम्मानित किया। यूनिवर्सिटी ने यह फैसला उनकी उपलब्धि से प्रभावित होकर लिया। बिल ने अपनी पत्नी मेलिंडा गेट्स के साथ मिलकर बिल एंड मीलिंडा गेट्स फाउंडेशन की स्थापना की। बता दें कि बिल एंड मीलिंडा गेट्स फाउंडेशन दुनिया की सबसे बड़ी निजी दानार्थ संस्था है। केवल साल 2017 में इस संस्था ने 5,100 करोड़ डॉलर का दान दिया है। दुनिया के कई बड़े लोग इस संस्था से जुड़े हैं।
दुनिया के सबसे बड़ा सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के सीईओ और फाउंडर मार्क जुकरबर्ग हैं। बिल गेट्स की तरह ही मार्क जुकगरबर्ग ने भी दो साल बाद हावर्ड यूनिवर्सिटी को अलविदा कह दिया था। साल 2002 में मार्क ने वहां एडमिशन लिया था और 2004 में उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। वहीं साल 2013 में हावर्ड यूनिवर्सिटी ने मार्क जुकगरबर्ग को मानद् उपाधि से सम्मानित किया। 2004 में ही उन्होंने फेसबुक तैयार किया था और साल के अंत तक फेसबुक के यूजर्स की संख्या 10 लाख पहुंच गई थी। आज करीब 2.4 अरब लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं। यूजर्स इस्तेमाल करते हैं।
मार्क जुकरबर्ग की पत्नी प्रिसिला चान हैं। प्रिसिला ने मार्क की मुलाकात हावर्ड यूनिवर्सिटी में ही हुई थी। प्रिसिला मेडिकल की स्टूडेंट थीं। सितंबर 2016 में, जुकरबर्ग और चान ने घोषणा की कि चान जुकरबर्ग इनिशिएटिव (सीजेडआई) में वे फेसबुक के शेयर डालते हैं। यह संस्था एक दशक में कम-से-कम 3 बिलियन डॉलर निवेश रिसर्च के लिए करेगी ताकि सभी बीमारियों का इलाज, रोकथाम और प्रबंधन किया जा सके।