राज्यसभा में अनुपूरक सवालाें के उत्तर में रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी ने दी जानकारी
पटना बिहार में अभी चल रही रेलवे की 55 परियोजनाओं के लिए इस बार 4,093 कराेड़ की राशि आवंटित की गई है। यह राशि पिछले वर्ष के मुकाबले 362 प्रतिशत अधिक है। राज्यसभा में शुक्रवार काे प्रश्नकाल के समय बिहार में रेल परियोजनाओं की प्रगति से जुड़े एक पूरक प्रश्न के उत्तर में रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी ने बताया कि राज्य में अभी 55 रेल परियोजनाएं चल रही हैं।
बिहार की रेल परियोजनाओं के लिए चालू वित्त वर्ष में 362 प्रतिशत बढ़ोतरी करते हुए 4093 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। हाजीपुर-महुआ रेल लाइन आरम्न्भ होने से संबंधित एक विशिष्ट प्रश्न पर रेल राज्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना लगभग 14 वर्ष पहले आरम्न्भ किया गया था, लेकिन कुछ कारणों से लंबित है। यह भी जानकारी दी कि हाजीपुर-महुआ नई लाइन सेक्शन के लिए कोई सर्वेक्षण नहीं किया गया है।
रेलमंत्री ने कहा- निजीकरण की बात महज अफवाह केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि नई लाइनों के सर्वेक्षण और मंजूरी की मांग एक सतत प्रक्रिया है। रेलवे का निजीकरण करने की आशंकाओं को निराधार बताते हुए कहा कि यात्रियों को रेलगाड़ी में श्रेष्ठतर सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए कुछ सेवाओं को निजी क्षेत्र की पहल पर आउटसोर्स किया जा रहा है। सरकार की मंशा भारतीय रेल का निजीकरण करना नहीं, बल्कि यात्रियों को श्रेष्ठतर सुविधा और लाभ देना है। भारतीय रेल भारत और भारत के लोगों की संपदा है और हमेशा रहेगी।
मार्च से पहले आधा दर्जन से अधिक ट्रेनाें में लगेगी एलएचबी रेक
पूर्व मध्य रेल की 20 ट्रेनाें की 30 रेक एलएचबी रेक में परिवर्तित हाे गई है। मार्च तक और आधा दर्जन से अधिक ट्रेनाें की रेक काे एलएचबी में बदला जाएगा। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि इससे यात्रा सुरक्षित व आरामदायक हाेगी। एलएचबी कोच की औसत स्पीड 160 से 200 किमी प्रतिघंटा होती है। डिब्बे स्टेलनेस स्टील के बने होते हैं। ये आईसीएफ की तुलना में ज्&zwj