
बिहार म्यूजियम घोटाले की उच्चस्तरीय जांच जल्द शुरू होगी। घोटाले को लेकर विकास आयुक्त सह शासी निकाय के अध्यक्ष ने एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाई है, जिसकी अध्यक्षता कला संस्कृति विभाग के अपर सचिव करेंगे।
बिहार म्यूजियम में किन-किन स्तरों पर गड़बड़ी हुई है और करीब पांच करोड़ के घोटाले के पीछे कौन-कौन लोग हैं, इसकी जांच तीन सदस्यीय (अपर सचिव, क्षेत्रीय उपनिदेशक म्यूजियम, और सहायक आंतरिक वित्तीय सलाहकार, कला संस्कृति विभाग) कमेटी करेगी और 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट विकास आयुक्त को सौंपेगी।
अपर सचिव को प्रभार
बिहार म्यूजियम का प्रभार कला संस्कृति विभाग के अपर सचिव को दे दिया गया है। निदेशक मो. यूसुफ ने लंबी छुट्टी पर जाने से पहले रणवीर सिंह राजपूत (संग्रहाध्यक्ष- इतिहास) को म्यूजियम का प्रभार दिया था, लेकिन घोटाले के विरुद्ध दायर एफआईआर में रणवीर सिंह राजपूत का नाम आने से उनके प्रभार पर सवाल उठने लगा था। उधर, अपर सचिव का कहना है कि कर्मचारियों को वेतन देना है, इसलिए जब तक निदेशक नहीं आते हैं, तब तक उन्हें प्रभार दिया गया है।