मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधानसभा में बहुमत सिद्ध कर दिया। इस पर्यंत एक भी कांग्रेस विधायक सदन में उपस्थित नहीं था। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय विधायकों ने भी विश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया।
विधानसभा सत्र 27 मार्च तक चलेगा। इस चार दिवसीय सत्र में सदन की कुल तीन बैठकें होंगी। इसी पर्यंत वर्ष 2020-21 के लिए लेखानुदान भी प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज ने वरिष्ठ भाप्रसे अधिकारी इकबाल सिंह बैस को मुख्य सचिव नियुक्त किया है। विधानसभा सत्र 27 मार्च तक चलेगा। इस चार दिवसीय सत्र में सदन की कुल तीन बैठकें होंगी। इसी पर्यंत वर्ष 2020-21 के लिए लेखानुदान भी प्रस्तुत किया जाएगा।
शिवराज के समक्ष भविष्य में उनके सामने कई चुनौतियां भी हैं जिसमें अगले छह माह के अंदर प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होनें वाला उपचुनाव प्रमुख है। शिवराज को अपनी कुर्सी सुरक्षित रखने के लिए इनमें से नौ सीटें जीतना आवश्यक है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। इनमें से दो सीटें विधायकों के निधन के कारण पहले से खाली थी। बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने सिंधिया समर्थक 22 अन्य विधायकों की सदस्यता समाप्त कर दी थी। जिसके बाद अब प्रदेश में कुल 24 सीटें खाली है। इन सीटों पर आगामी छह महीने के अंदर उपचुनाव कराए जाने हैं।
मध्यप्रदेश सरकार ने मंगलवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1985 बैच के अधिकारी इकबाल सिंह बैस को प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया है। वह आज ही पदभार संभालेंगे। इकबाल सिंह वर्तमान में मध्यप्रदेश के ग्वालियर राजस्व मंडल के अध्यक्ष हैं।
बैस को एम गोपाल रेड्डी के स्थान पर मुख्य सचिव बनाया गया है। रेड्डी को तत्कालीन कमलनाथ की सरकार ने इसी महीने 16 मार्च को मुख्य सचिव बनाया था। शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सोमवार रात बनी नई सरकार की यह पहली नियुक्ति है।