
- 63वीं प्रारंभिक परीक्षा पास1588 एससी/एसटी अभ्यार्थियों को मिला योजना का लाभ
- 64 वीं बीपीएससी परीक्षा आते-आते यह संख्या बढ़कर हो गई1720
- राज्य सिविल सेवा पीटी पास करने पर मिलता है 50 हजार और यूपीएससी पीटी परीक्षा पास करने पर मिलता है एक लाख रुपए
टना. मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी)सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना’ धीरे-धीरे रंग लाने लगा है। बिहार राज्य लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा पास कर इस योजना का लाभ लेने वाले अभ्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी है। 63वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में पास इस समुदाय के लाभर्थियों की संख्या में 64वीं बढ़ गई है। हालांकि यह बढ़ोतरी संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले एससी/ एसटी छात्रों में नहीं दिखाई दे रही है।
योजना के तहत कितने एससी/एसटी अभ्यार्थियों को मिले लाभ
मुख्यमंत्री एससी/एसटी सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना
मुख्यमंत्री एससी/एसटी सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत बिहार लोक सेवा आयोग की 63वीं प्रारंभिक परीक्षा पास 1588 एससी/एसटी अभ्यार्थियों को मिला योजना का लाभ मिला है। वहीं 64 वीं प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले 1720 अभ्यार्थियों ने इस योजना के लिए आवेदन किए हैं। जिसमें से 1114 अभ्यार्थियों के खाते में पीएफएमसी के माध्यम से राशि का ट्रांसफर कर दिए गए हैं। बांकी की कार्रवाई की जा रही है। हालांकि कि यूपीएससी पीटी पास करने वाले एससी/एसटी समुदाय के 46 उम्मीदवारों के बीच राशि बांटी गई है।
क्या है योजना?
इस योजना के तहत यूपीएससी एवं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जन जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों को मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए राज्य सरकार द्वारा क्रमशः एक लाख रुपए (यूपीएससी) तथा 50 हजार रुपए (बीपीएससी) की आर्थिक सहायता दी जाती है।