मुजफ्फरपुर जंक्शन विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित होगा। पीएमओ ने इसकी मंजूरी दे दी है। रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) जंक्शन को स्मार्ट स्टेशन के रूप में डेवलप करेगा। खाली जगहों पर मल्टी फंक्शनल कॉम्प्लेक्स के अतिरिक्त मल्टीस्टोरी उद्यानिंग बनाने समेत अन्य कई प्रकार की यात्री सुविधाओं का विस्तार होगा। पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर नई बिल्डिंग बनाई जाएगी। वहीं, दोनों तरफ के सर्कुलेटिंग एरिया को पूर्ण सुरक्षित जोन के रूप में विकसित किया जाएगा। पीएमओ से हरी झंडी मिलने के बाद आरएलडीए ने सोनपुर मंडल से जंक्शन के बारे में ड्राइंग के साथ विस्तृत ब्योरा मांगा है। जिसके बाद डीआरएम अनिल कुमार सिन्हा ने जंक्शन के सभी 14 विभागों से मांगे गए ब्योरा के अनुसार एक सप्ताह में रिपोर्ट मुख्यालय भेजने का निर्देश दिया है। पीएमओ की स्वीकृति मिलने के बाद सोनपुर मंडल के साथ जोन के अधिकारी भी उत्साहित हैं। बताया जाता है कि आरएलडीए ने डीआरएम से आठ पेज के प्रोफार्मा में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
इन बिंदुओं पर आरएलडीए को देनी है डिटेल्स-
- क्या-क्या काम होता है
- प्रतिदिन कितनी ट्रेनें गुजरती हैं और कितने लोग जंक्शन से यात्रा करते हैं
- कितनी आमदनी होती है
- कितने इंप्लायी हैं, उनके रहने की क्या व्यवस्था है
- किस ग्रेड में कितने कर्मचारी व अधिकारी कार्यरत हैं
- यात्री सुविधा के नाम पर क्या-क्या उपलब्ध है
- वर्तमान बिल्डिंग कब की बनी हुई है
- कितने क्षेत्रफल में जंक्शन फैला हुआ है
- कितनी खाली भूमि है
- उत्तरी व दक्षिणी तरफ के सर्कुलेटिंग एरिया में क्या-क्या सुविधाएं है
- भविष्य में जंक्शन को लेकर किसी प्रकार की योजना तो नहीं है
- बिजली व जल की क्या-क्या व्यवस्था है
जंक्शन की दीवारों पर उकेरी जाएगी शाही लीची और मिथिला पेंटिंग विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित होने के बाद जंक्शन की दीवारों पर शाही लीची और मिथिला पेंटिंग्स की तस्वीरें उकेरी जाएंगी। बताया जाता है कि बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की बोगियों पर मिथिला पेंटिंग्स बनाने वाली टीम को ही यहां की दीवारों पर पेंटिंग के लिए लगाया जाएगा। वहीं विश्व प्रसिद्ध मुजफ्फरपुर की शाही लीची को अधिक प्रसिद्धि दिलाने के लिए दीवारों पर इसकी तस्वीर बनाई जाएगी।
4 वर्ष बाद मिली योजना को मंजूरी ए-1 दर्जा प्राप्त स्टेशन है जंक्शन पीएमओ से जंक्शन को विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने की मंजूरी 4 वर्ष बाद मिली है। पहले चरण में जंक्शन के विस्तार की मंजूरी नहीं मिली थी। 4 वर्ष पूर्व ही सोनपुर मंडल के इस स्टेशन को इस योजना के अंतर्गत स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड को भेजा गया था। बता दें कि जंक्शन ए-1 क्लास स्टेशन के रूप में चयनित है। यह सोनपुर मंडल का सबसे अधिक राजस्व देने वाला स्टेशन है। लेकिन, सुविधाओं के मामले में बहुत पिछड़ा है।
पुरानी बिल्डिंग को तोड़ कर नई बिल्डिंग और मल्टीस्टोरी कॉमर्शियल मॉल बनेगा स्टेशन रि-डेवलपमेंट प्रोग्राम के अंतर्गत पीएमओ ने मुजफ्फरपुर जंक्शन को विकसित करने के लिए मंजूरी दी है। अब आरएलडीए इसे विकसित करेगा। इसमें पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर नई बिल्डिंग के साथ मल्टीस्टोरी कॉमर्शियल मॉल, कॉम्प्लेक्स, उद्यानिंग के साथ यात्री सुविधाओं में अप्रत्याशित विकास होगा। आरएलडीए ने मंडल के सभी विभागों से उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत ड्राइंग के साथ ब्योरा मांगा है।