मुजफ्फरपुर – शहर की हवा दिन व दिन खतरनाक स्तर को भी पार कर रहा है। शनिवार को प्रदूषण का लेवल इस सीजन के सबसे उच्चतम अंक पर पहुंच गया। राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 397 दर्ज किया गया। यह लाल जोन से भी आगे सिवियर के करीब पहुंच गया है। पटना में तो प्रदूषण सबसे अधिक सिवियर अवस्था में 407 रहा। इसे प्रदूषण के लिहाज से सबसे खतरनाक कैटेगरी में रखा गया है।
चिकित्सकों की मानें तो यह गंभीर श्रेणी में आता है, जिसमें सांस लेने में तकलीफ व आंखों में जलन होती है। हार्ट के मरीजों के लिए यह स्तर बहुत नुकसानदायक है। इसमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस सीजन में 2 नवंबर को एक्यूआई सबसे अधिक 382 था। लेकिन, हवा में सूक्ष्म धूल कणों की मात्रा तेजी से बढ़ने के कारण अब सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। दिन में भी वातावरण में धुंध की स्थिति बनी रहती है। हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होने से आम लोगों की सेहत खराब हो रही है।
सूक्ष्म धूलकणों की मात्रा इतनी बढ़ी कि बाहर रखे सामान पर जम जा रही धूल की परत हवा में सूक्ष्म धूलकणों की मात्रा कितनी बढ़ गई है, इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता कि खुले में किसी सामान के रखने पर घंटे-दो घंटे में धूल की परत जम जा रही है। बेला निवासी अनिल कुमार ने कहा कि कपड़े धोकर बाहर डालने पर शाम में उतारने के लिए जाते तो वह गंदा दिखता है। सुबह में जल के छिड़काव के बाद भी कुछ घंटों में पेड़ के पत्तों पर धूल जम जा रही है।
शनिवार को प्रमुख शहरों का एक्यूआई
- पटना-407
- मुजफ्फरपुर-397
- कानपुर-396
- ग्रेटर नोएडा-336
- दिल्ली- 312
- गया-304