इस वर्ष भी किसानों को मूसलाधार वर्षा और बर्फबारी के कारण खेती में भारी हानि हुआ है। एक तरफ खेती पर कोरोना और तालाबंदी की मार पड़ी है, तो वहीं दूसरी तरफ मौसम ने भी किसानों की खेती को खूब प्रभावित किया है। कई किसानों की फसल मौसम की मार से लगभग आधी बर्बाद हो चुकी हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड सरकार ने किसानों को एक बड़ी राहत दी है। वास्तव में, राज्य के सहकारिता मंत्री ने नाबार्ड के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें किसान हित को लेकर गंभीर चर्चा की गई। इसके चलते सहकारिता विभाग ने किसानों हेतु 2 हजार करोड़ रुपए का फसली ऋण देने का निर्णय लिया है।
मौसम के कारण खेती का हानि
राज्य में कुछ दिन पहले ही बहुत मूसलाधार वर्षा और बर्फबारी हुई है। इस कारण किसानों को खेती में बहुत हानि पहुंचा है। विदित हो कि किसानों की आय बढ़ाने को लेकर सरकार द्वारा सभी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके चलते ही सहकारिता विभाग ने किसानों को फसली ऋण देने का निर्णय लिया है। इसके लिए राज्य सहकारी बैंक और जिला सहकारी बैंक द्वारा किसानों को 2 हजार करोड़ रुपए का ऋण आवंटित करने का लक्ष्य है। बताया जा रहा है कि इस वित्तीय वर्ष में नाबार्ड ने कॉपरेटिव बैंकों को 2 हजार करोड़ रुपए देने पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान की है। इसका लाभ अधिकतर किसानों को दिया जाएगा.सहकारी बैंकों की मानें, तो पिछले वर्ष बैंकों द्वारा 1400 करोड़ रुपए का फसली ऋण वितरित किया गया था। इस वर्ष 2 हजार करोड़ रुपए का फसली ऋण वितरित करने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा। विदित हो कि वर्तमान समय में कोरोना महामारी के कारण लगभग 2 लाख प्रवासी उत्तराखंडी अपने घर लौट रहे हैं। ऐसे में उन्हें सहकारिता विभाग द्वारा रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास जारी है।