
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में 6500 पदों पर डॉक्टरों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है। राज्य में पांच नए सरकारी फार्मेसी कॉलेज खोले जाएंगे। साथ ही 966 पदों पर फार्मासिस्टों की बहाली जल्द होगी। इसके लिए बिहार तकनीकी चयन आयोग को अनुशंसा भेजी गई है। स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर अगमकुअां स्थित राजकीय फार्मेसी संस्थान में अायोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 6300 एएनएम की नियुक्ति की गई। 9200 ए ग्रेड नर्स की नियुक्ति की जाएगी। राज्य में जितने फार्मासिस्ट चाहिए, उससे बहुत कम हैं। ऐसे में फार्मेसी कॉलेजों की संख्या बढ़ाने को लेकर प्राइवेट सेक्टर के लोगों से आगे आने की अपील की। मंगल पांडेय ने कहा कि इसके लिए करीब 10-12 प्रस्ताव सरकार के पास हैं, जो अर्हता पूरी करेगा उसे मंजूरी दी जा सकती है। अगले साल तक सरकारी-निजी मिलाकर 12-13 फार्मेसी संस्थान हो जाएंगे। आनेवाले दिनों में राजकीय फार्मेसी संस्थान में एम. फार्मा की पढ़ाई भी शुरू होगी। नियमावली के अभाव में मेडिकल स्टाफ व फार्मासिस्टों की बहाली नहीं हो सकी थी। सरकार ने नियमावली बनाकर एवं कुछ संशोधन कर विभिन्न पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर बहाली होती थी और उसी पद से रिटायर हो जाते थे, उन्हें प्रोन्नति नहीं मिलती थी, पर अब प्रोन्नति दी जा रही है। इस दौरान फार्मासिस्टों ने फार्मेसी काउंसिल रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करने, फर्जी फार्मासिस्टों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने व नए सिरे से राज्य में फार्मासिस्टों के पदों के सृजन की मांग की है। प्राध्यापक कुमार अजय, बृज कुमार साहू, संत कुमार सिंह, अरविंद कुमार, चंद्रशेखर, अभिषेक सुमन, विनोद कुमार, मिथिलेश, राजनाथ, रजत राज अादि माैजूद रहे।
राजकीय फार्मेसी संस्थान में जल्द शुरू होगी एमफार्मा की पढ़ाई
एनएमसीएच में बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई होगी शुरू
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एनएमसीएच में बने बीएससी नर्सिंग स्कूल में जल्द पढ़ाई शुरू हाेगी। फिलहाल एनएमसीएच में बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई नहीं होती है। नर्सिंग स्कूल खुल जाने से छात्राअों को लाभ मिलेगा। इस भवन में रह रहे पीजी छात्रों को खाली कराया जाएगा।