सबकुछ ठीक रहा तो अगले दो-तीन महीने में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में शंकाराचार्य माधवाश्रम चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। प्लांट के बनने से जहां केदारनाथ यात्रा में आने वाले जरूरतंद यात्रियों को ऑक्सीजन की तत्काल सुविधा मिलेगी। वहीं, जिला चिकित्सालय समेत अन्य केंद्रों में भी 24 घंटे पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध रहेगी, जिससे आपात मामलों के उपचार में सरलता होगी। साथ ही बाहर से ऑक्सीजन सिलिंडर मंगाने की झंझट से भी पूरी तरह निजात मिल जाएगी।
जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में स्थित शंकराचार्य माधवाश्रम चिकित्सालय को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिगृहित किया जा चुका है। अब, यहां पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है। विभाग द्वारा निर्माण कार्य हेतु ऑनलाइन निविदा प्रक्रिया आरम्न्भ कर दी गई है। एक माह में सभी औपचारिकताएं पूरी कर प्लांट का निर्माण कार्य आरम्न्भ कर दिया जाएगा। 50 लाख की लागत से बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट से जिला चिकित्सालय समेत जनपद में संचालित सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को पर्याप्त ऑक्सीजन गैस सिलिंडर मिल सकेंगे। साथ ही मध्य हिमालय में 11750 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम की यात्रा में सांस लेने में कठिनाई वाले यात्रियों के उपचार में भी सहायता मिलेगी।
बता दें कि ऑक्सीजन की कमी के कारण, बीते एक दशक में यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं में सांस लेने में कठिनाई और दिल का दौरा पड़ने से 250 से अधिक की मृत्यु हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार, इस प्लांट के बनने से जनपद रुद्रप्रयाग में एक साथ दो सौ रोगियों को एक साथ ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा सकेगी।
20 से 56 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन का होगा उत्पादन
जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में माधवाश्रम चिकित्सालय में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट में 20 से 56 क्यूबिक मीटर तक ऑक्सीजन का उत्पादन हो सकेगा। प्लॉट से प्रतिदिन मांग के अनुसार ही ऑक्सीजन सिलिंडर भरे जाएंगे, जिन्हें जिला चिकित्सालय, सीएचसी अगस्त्यमुनि व जखोली हेतु आपूर्ति किया जाएगा। वहीं, केदारनाथ यात्रा के समय राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय गुप्तकाशी के साथ फाटा, सोनप्रयाग, गौरीकुंड समेत पड़ावों व धाम में संचालित एमआरपी को भेजा जाएगा। इस सुविधा से सांस के रोगियों, दुर्घटना में होने वाले घायलों, ऑपरेशन वाले रोगियों को लाभ मिलेगा।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनपद में ऑक्सीजन प्लांट निर्माण हेतु ऑनलाइन निविदा प्रक्रिया आरम्न्भ कर दी गई है। सबकुछ ठीक रहा तो अगले दो-तीन माह में प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। इस प्लांट से स्थानीय चिकित्सालयों के साथ-साथ चमोली जनपद के चिकित्सालयों को भी ऑक्सीजन सिलिंडर आपूर्ति किए जा सकेंगे।
ऑक्सीजन प्लांट से शुरूआती समय में 20 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। इसे, मांग के अनुरूप बढ़ाया जा सकेगा। प्लांट में लगने वाले उपकरणों व अन्य संसाधनों हेतु आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही है।