पटना शुक्रवार को बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की शुरूआत हो गई। सदन में वित्तीय वर्ष 2019-20 का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया। उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सुशील कुमाद मोदी ने 12457 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। बुधवार को अनुपूरक बजट पर सामान्य चर्चा होगी और फिर मतदान होगा। सदन में पहले दिन दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद सोमवार सुबह 11 बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
कार्यवाही आरम्न्भ होने से पहले विपक्ष के विधायकों ने सदन के बाहर जेएनयू के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। राजद विधायक ललित यादव ने कहा कि जेएनयू को टारगेट किया जा रहा है और शिक्षा व्यवस्था को माफिया के हाथों में सौंपा जा रहा है। छात्रों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हैं। कांग्रेस विधायक शकील अहमद ने कहा कि जेएनयू के मु्द्दे पर सुशील मोदी ने जो बयान दिया वह शर्मनाक है। सुशील मोदी 14 वर्षों से सरकार में हैं और उन्होंने बिहार में उच्च शिक्षा को बर्बाद कर दिया।
बता दें कि सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा था कि जेएनयू में फीस वृद्धि कोई इतना बड़ा मुद्दा नहीं कि इसके लिए संसद मार्च निकाला जाए। हकीकत यह है कि जो शहरी नक्सली इस कैम्पस में बीफ पार्टी, सार्वजनिक किसिंग, महिषासुर महिमामंडन, स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का मानभंजन और देश के टुकड़े-टुकड़े करने के नारे लगाने जैसी गतिविधियों में लगे हुए हैं वो अब निर्धन छात्रों को गुमराह कर राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं
भाकपा माले के तीन विधायकों ने भी शिक्षा की बदहाली को लेकर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। माले विधायकों ने सरकार से छात्रों को सस्ती शिक्षा देने की मांग की। साथ ही सुगौली में बायलर फटने से हुई चार लोगों की मृत्यु का भी मामला उठाया।
बिहार विधान परिषद के सभापति हारूण रशीद ने सदन को संबोधित करते हुए जलवायु परिवर्तन को गंभीर समस्या बताया। उन्होंने बिहार सरकार द्वारा आरम्न्भ किए गए जल-जीवन-हरियाली अभियान की सराहना की। सभापति ने कहा कि यह योजना बिहार में जलवायु बचाने में सफल रहेगा। यह योजना दूसरे राज्यों के लिए मिसाल साबित होगा।
भाजपा एमएलसी संजय पासवान पर्यावरण का संदेश देने गले में तख्ती लटकाकर साइकिल से विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण बचाने के लिए साइकलिंग पर जोर देना होगा। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आरम्न्भ किए गए जल-जीवन-हरियाली अभियान की सराहना की। संजय पासवान ने विधायकों और विधान पार्षदों से गाड़ी छोड़कर साइकिल से सदन आने की मांग की और एक साइकिल क्लब बनाने का भी प्रस्ताव दिया।