नई दिल्ली – कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री एवं दिल्ली की लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित का शनिवार को अपराह्र यहां एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 81 साल की थीं।
अस्पताल ने एक बयान में बताया कि दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें गंभीर स्थिति में शनिवार सुबह वहाँ लाया गया। उपचार के सभी प्रयासों के बावजूद ३ बजकर ५५ मिनट पर उनका निधन हो गया।
उनके पार्थिव शरीर को निजामुद्दीन पूर्व स्थित आवास पर रखा गया जहां कांग्रेस और विपक्षी दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
रविवार को निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दीक्षित के आवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की । मोदी के साथ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी भी थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई अन्य नेताओं ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है।
दिल्ली सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी के सम्मान में दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा।

शीला दीक्षित १९९८ से २०१३ के बीच १५ वर्षो तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।
राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी को फिर से खड़ा करने के उद्देश्य से उन्हें कुछ माह पहले ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था।
शीला दीक्षित का जन्म ३१ मार्च १९३८ को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। उन्होंने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की।
उनका विवाह उन्नाव (यूपी) के आईएएस अधिकारी स्वर्गीय विनोद दीक्षित से हुआ था। विनोद कांग्रेस के बड़े नेता और बंगाल के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय उमाशंकर दीक्षित के बेटे थे।
दीक्षित पहली बार साल १९८४ में उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद चुनी गईं। बाद में वह दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हुईं। दिल्ली विधानसभा में उन्होंने नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।
शीला दीक्षित ने हाल में उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह जीत नहीं पायी थीं।
हाल ही में शीला दीक्षित बनाम पीसी चाको (कांग्रेस नेता) के बीच अनबन की खबरें भी सामने आई थी।
शीला के पुत्र संदीप दीक्षित भी राजनीति में हैं। वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से २००४ से २०१४ बीच दो बार सांसद रहे हैं ।