इन दोनों ने मानवता से प्रेम के प्रति मेरी सोच को बहुत प्रभावित किया: प्रेमजी प्रेमजी जनहित के लिए 145 लाख करोड़ रु दे चुके, उन्हें भारत के बिल गेट्स कहा जाता है प्रेमजी को मद्रास मैनेजमेंट एसोसिएशन की ओर से बिजनेस लीडरशिप अवॉर्ड मिला चेन्नई विप्रो के फाउंडर चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने गुरुवार को एक लेक्चर में बताया कि उनके जीवन में मानवता से प्रेम और परोपकार कितना अहम है। प्रेमजी ने कहा- मेरी मां और महात्मा गांधी के जीवन से मेरी सोच बहुत प्रभावित हुई। मैंने उनसे समझा कि संपत्ति का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए। मेरी मां मुंबई में बच्चों के ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल की प्रमुख फाउंडर थीं। ये चिकित्सालय पोलियोग्रस्त बच्चों के लिए एशिया में अपने तरह का पहला था। मेरी मां डॉक्टर थीं, वे 78 साल की उम्र तक चिकित्सालय की चेयरपर्सन भी रहीं। प्रेमजी ने कहा- महात्मा गांधी की इस विचारधारा में मुझे पक्का विश्वास है कि संपत्ति का उपयोग लोगों की भलाई के लिए होना चाहिए, इसके लिए ट्रस्टीशिप भी जरूरी है। '