
नई दिल्ली – रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि बहुसंख्यकवाद और निरंकुशता से देश अंधकार में जाएगा और अस्थिरता बढ़ेगी.राजन ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में वृ्द्धि दर टिकाऊ नहीं है और लोकप्रिय नीतियों के कारण ख़तरा है कि अर्थव्यवस्था कहीं लातिन अमरीकी देशों की तरह न हो जाए.रघुराम राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था में अभी की सुस्ती के लिए नोटबंदी और जीएसटी को ज़िम्मेदार ठहराया है. अमरीका की ब्रॉन यूनिवर्सिटी में ओपी जिंदल लेक्चर में राजन ने कहा कि सरकार पर प्रोत्साहन पैकेज को लेकर काफ़ी दबाव है.रघुराम राजन आईएमएफ़ के मुख्य अर्थशास्त्री भी रहे हैं. राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था में आई रुकावट के लिए मोदी सरकार में सारी शक्तियों के केंद्रीकृत होने को ज़िम्मेदार बताया.उन्होंने कहा, ”मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में अर्थव्यवस्था के लिए कुछ अच्छा नहीं किया क्योंकि इस सरकार में सारी शक्तियां एक जगह थीं. ऐसे में सरकार के पास अर्थव्यवस्था को लेकर कोई दृष्टिकोण नहीं था. मंत्रियों के पास कोई ताक़त नहीं थी. ब्यूरोक्रेट्स फ़ैसले लेने को लेकर अनिच्छुक थे. गंभीर सुधार के लिए कोई आइडिया नहीं था.”राजन ने कहा, ”यहां तक कि सीनियर अधिकारियों को बिना कोई सबूत के हिरासत में ले लिया गया. मैं इस बात को लेकर दुखी हूं कि पूर्व वित्त मंत्री को बिना कोई जांच के जेल में कई हफ़्तों से रखा गया है. संस्थानों की कमज़ोरी से सभी सरकारों के निरंकुश बनने की आशंका रहती है. ऐसा 1971 में इंदिरा गांधी के वक़्त में भी था और अब 2019 में मोदी के वक़्त में है.”