तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया, ‘महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म करने के पश्चात उन्हें कंबल में लपेटा और फिर गला घोंटा दिया। इसके बाद केरोसिन डालकर उन्हें जला दिया गया।’
महिला डॉक्टर रात में अपने घर लौट रही थीं, इसी दौरान रास्ते में उनकी स्कूटी पंक्चर हो गई थी। इस दौरान उन्हें रात में अकेला देखकर अपराधियों ने अमानवीय वारदात को अंजाम दिया।
महिला डॉक्टर का शव हैदराबाद-बेंगलुरु हाइवे पर मिला। हैवानियत की चरमसीमा यह थी कि आरोपियों ने डॉक्टर की लाश को जलाकर एक फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया था।
महिला की लाश इतना ज्यादा जल गई थी कि पहचान में नहीं आ रही थी। पीड़िता ने गणेश भगवान का लॉकेट पहना था, जिससे शव की पहचान हो सकी।
मोहम्मद आरिफ उर्फ़ पाशा समेत ३ अपराधी गिरफ्तार
इस घिनौने अपराध को करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मोहम्मद आरिफ उर्फ़ पाशा, नवीन, चिंताकुंता केशावुलु और शिवा के रूप में हुई है।
पुलिस का निंदनीय रवैया, मदद करने की बजाय पीड़िता के परिवार को यहाँ वहाँ दौड़ाया
पीड़िता की मां ने सभी दोषियों को सबके सामने जिंदा जलाने की मांग की है। परिवार वालों ने यह भी कहा है कि साइबराबाद पुलिस उन्हें दौड़ाती रही।
पीड़िता की मां ने कहा, ‘मेरी बेटी बहुत मासूम थी। मैं चाहती हूं कि दोषियों को जिंदा जला दिया जाए।’
उन्होंने बताया कि घटना के बाद मेरी छोटी बेटी थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंची लेकिन उसे दूसरे थाने शमशाबाद भेज दिया गया। पुलिस ने कार्रवाई की बजाय कहा कि यह मामला उसके क्षेत्र में नहीं आता है। बाद में पीड़िता के परिवार के साथ कई सिपाही लगाए गए और सुबह 4 बजे तक तलाशी अभियान चलाया गया लेकिन उसका पता नहीं चल पाया।
पीड़िता की बहन ने कहा, ‘एक पुलिस स्टेशन से दूसरे पुलिस स्टेशन जाने में हमारा काफी समय बर्बाद हो गया। अगर पुलिस ने समय बर्बाद किए बिना कार्रवाई कर दी होती तो मेरी बहन आज जिंदा होती।’
तेलंगाना के गृहमंत्री मोहम्मद महमूद अली का बेतुका बयान
तेलंगाना सरकार के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने बेतुका बयान दिया कि अगर महिला डॉक्टर ने अपनी बहन की जगह पुलिस को फोन किया होता तो उसे बचाया जा सकता था। लोगों के रोष को देख कर अली ने स्पष्टीकरण दिया।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मांगी रिपोर्ट, जांच के लिए किया समीति का गठन
आयोग की चेयपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि उन्होंने हैदराबाद पुलिस से विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
तेलंगाना 18 से 30 वर्ष की महिलाओं के लिए देश में सबसे असुरक्षित राज्य
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि 18 से 30 वर्ष की महिलाओं के लिए तेलंगाना देश में सबसे असुरक्षित राज्य है।
2017 में यहां दर्ज दुष्कर्म के कुल मामलों में 91% पीड़ित इसी आयु वर्ग की हैं, जो देश में सबसे अधिक है। हालांकि, दुष्कर्म के सबसे अधिक मामले मध्यप्रदेश में सामने आए हैं।