क्या आप जानते हैं कि कच्चे फल और सब्जियों के रस ऊर्जा का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं और कई लाभ प्रदान करते हैं जो हर महिला को हार्मोनल संतुलन प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं?
क्या आपने कभी किसी ऐसे व्यक्ति से पूछा है जिसके बारे में आप जानते हैं कि स्वस्थ त्वचा, चमकदार आँखें, और हमेशा ऊर्जा से भरा हुआ है, वे स्वस्थ रहने और अपनी उज्ज्वल उपस्थिति बनाए रखने के लिए क्या करते हैं? यदि आपने किया, तो शायद ही कोई आश्चर्य होगा यदि उन्होंने आपको अपने नए फल और सब्जियों के रस आहार के बारे में बताया। न केवल रस आवश्यक पोषक तत्वों का एक मजबूत स्रोत हैं, बल्कि वे पचाने में भी आसान हैं।
महिलाओं के जिंदगी और शरीर में गर्भावस्था के समय कई परिवर्तन होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि, बच्चे का विकास शरीर के अंदर होना आरम्न्भ हो जाता है। और विकास के साथ शुरूआत हो जाती है पोषक तत्वों की डिमांड। विदित हो कि जैसे-जैसे भ्रूण विकसित होने लगता है, माताओं को अधिक से अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता पड़ने लगती है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे है कुछ ऐसे रस के विषय में जो गर्भावस्था के समय महिलाओं को सेवन करना चाहिए।
गर्भावस्था में ताजा फलों के रस के सेवन से महिलाएं बहुत स्वस्थ महसूस करेंगी। इससे उन्हें भरपूर मात्रा में विटामिन व मिनरल मिलेंगी। यदि आप फल नहीं खाना चाहती है तो आप रस ले सकती है इससे भी आपको वह सारे पोषक तत्व मिलेंगे जो फल से मिलते हैं।
दरअसल, गर्भावस्था में ताजा फलों के रस का सेवन से आप बहुत स्वस्थ महसूस करेंगी। साथ ही साथ भरपूर मात्रा में आपको विटामिन व मिनरल भी मिलेगा। कई महिलाओं का इस पर्यंत परीक्षण चेंज हो जाता है ऐसे में कई पोषक तत्वों को वे नहीं सेवन चाहती ऐसे में उसे आप रस के रूप से लें तो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद सिद्ध होगा।
नारंगी का रस
नारंगी, संतरा या मौसमी के रस में भरपूर मात्रा में विटामिन होता है। इससे शिशु की मांसपेशियां विकसित होती है साथ-साथ उन्हें संक्रमण के संकट से भी बचाते हैं यह रस। विदित हो कि इस रस में फॉलिक एसिड भी होता है जो शिशु के विकास में बहुत लाभकारी होता है
गाजर का रस
गाजर में विटामिन-ए और एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। यह शरीर में नि:शुल्क रेडिक्लस को कंट्रोल करता है। गाजर का रस पीने से कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है। यह आपको थाकावट से दूर करता है। साथ ही साथ उर्जा स्तर भी बढ़ाता है।
चुकंदर का रस
चुकंदर अर्थात बीट में कार्बोहाईड्रेट, विटामीन, मिनरल और क्लोरिन की मात्रा पायी जाती है। यह वेस्ट प्रोडक्टस को मल, मूत्र के माध्यम से निकालने में सहायता करता है। इससे खून की समस्या भी दूर होती है।
सेब का रस
गर्भावस्था के समय शरीर में रक्त की आवश्यकता होती है। गाजर और चुकंदर के अतिरिक्त सेब और अनार के रस से भी इसकी पूर्ति हो सकती है। सेब में आयरन होता है जो कि हिमोग्लोबिन बढ़ाने और रक्त संबन्धी बीमारियों को दूर करने में फायदेमंद होता है।
अंगूर का रस
अंगूर काके रस में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है जो आपके शरीर को पोषण से भरपूर रखता है। जिससे आपका बच्चा सेहतमंद रहता है। इससे आवश्यक पोषण व विटामिन शरीर को मिलता रहता है।
किवी का रस
गर्भावस्था के समय किवी का रस भी बहुत फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन, मिनरल, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्त्रोत होता है। यह पेट संबंधी समस्याओं को दूर करता है। विदित हो कि प्रग्नेंसी के समय पेट से संबंधी कई समस्याएं होती है।
स्ट्रॉबेरी रस
ढेर सारे गुणों से भरपूर अनार का रस गर्भावस्था के समय अवश्य पीना चाहिए। इसमें सही मात्रा में फाइबर, विटामिन-सी और विटामिन-के होती है। यह कब्ज को रोकने में सहायता करता है, साथ ही साथ अधिक आयरन अवशोषित करने में भी सहायता करता है। यह आपके शरीर में जल की मात्रा को बनाए रखता है और शिशु के मानसिक विकास में भी सहायता करता हैं।