(रमा रमण आचार्य)। सही कहा गया है कि यदि जिद ठान ली तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। इसे सिद्ध कर दिखाया है के लाल उभरते तेज गेंदबाज सुशांत मिश्रा ने। सुशांत का चयन आगामी 17 जनवरी से दक्षिण अफ्रीका में होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में किया गया है।
टीम की घोषणा सोमवार को की गई। सुशांत बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी के साथ ही बाएं हाथ से बल्लेबाजी भी करते हैं। इस टूर्नामेंट में श्रेष्ठतर प्रदर्शन के लिए सुशांत बेंगलुरु में प्रैक्टिस कर रहे हैं। सुशांत का पैतृक गांव जिले के कलाीनगर प्रखंड के तुमौल में है, लेकिन वे परिवार के साथ रांची में रहते हैं। सुशांत के पिता समीर मिश्रा के अनुसार सुशांत का बचपन से ही क्रिकेट के प्रति बहुत रुझान था। उन्होंने 11 वर्ष की आयु में क्रिकेट खेलना आरम्न्भ कर दिया। वे घरेलू क्रिकेट में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करते रहे। उनकी दिली तमन्ना भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी दमदार उपस्थिति बनाने की है।
सुशांत ने बताया कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह उनके पसंदीदा खिलाड़ी हैं। सुशांत अभी 140 की रफ़्तार से गेंदबाजी करते हैं। सुशांत की ताकत उनकी इन स्विंग बॉलिंग है जो दाहिने हाथ के बल्लेबाजों के लिए अंदर की तरफ आती है। साथ ही वे बाउंसर भी अच्छा डालते हैं।
सुशांत ने सितंबर 2019 में श्रीलंका में हुए अंडर-19 एशिया कप में श्रेष्ठतर प्रदर्शन किया। उन्होंने अफगानिस्तान टीम के साथ खेले मैच में 7 विकेट झटके। जुलाई 2019 में इंग्लैंड टूर में भी श्रेष्ठतर प्रदर्शन किया। मार्च 2019 में केरल के कोच्चि में हुए क्रिकेट श्रृंखला में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज की। इसमें भारत, अफगानिस्तान एवं दक्षिण अफ्रीका की टीम ने भाग लिया था। इसके पूर्व झारखंड में घरेलू क्रिकेट में बहुत सक्रिय रहे।
सुशांत के पिता समीर मिश्रा अपने पुत्र की कामयाबी से गदगद हैं। उन्होंने कहा कि उसका लक्ष्य भारतीय क्रिकेट टीम में सम्मिलित होना है। इसके लिए वह दिन-रात मेहनत करता है। झारखंड के लोग भी उसकी सफलता से प्रसन्न हैं। सुशांत ने दसवीं की परीक्षा में 88 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। अभी वह बारहवीं में अध्ययन कर रहे हैं। सुशांत समीर मिश्रा व ममता के इकलौते पुत्र हैं।