पटना – राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित सभा में वामदल के नेतृत्व में नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरुद्ध महात्मा गाँधी के विचारों को ‘मानने वाले’ नेता जुटे और मंच से नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी जैसे कानून के समर्थकों को गोलियों से भून देने की आवाज उठाई।
मंच के नेताओं ने गांधी मैदान में जमा लोगों, जिसमें मुख्यतः मुस्लिम संप्रदाय के थे, को संबोधित करते हुए कहा कि हम गांधीवादी, शांति और अहिंसा से लड़ाई लड़ेंगे।
सभा में उपस्थित नेताओं के बीच, जिसमें मेधा पाटकर, कन्हैया कुमार, आइशी घोष, अलका लांबा, कन्नन गोपीनाथन, फातिमा नफीस व राधिका वेमुला भी थीं, पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता मनीष कुमार ने कहा कि – एपीआर, नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी जैसे काले कानून के समर्थकों को गोलियों से भून देना चाहिए। सभा में महात्मा गाँधी के पौत्र तुषार गाँधी भी समर्थन देने के लिए उपस्थित थे।
“मोदी अपनी मां की पैदाइश का सर्टिफिकेट दिखाओ”
मार्क्सवादी (ले) विधायक महबूब आलम ने भी सभा को संबोधित करते हुए अमर्यादित शब्दों की परवाह किये बिना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कोसने की लड़ी लगा दी और भीड़ में मौजूद मुस्लिम श्रोताओं से खूब ताली बटोरी। उन्होंने मोदी को हिटलर की संज्ञा देते हुए कहा कि हिटलर ने फासीबादी मंसूबों का कार्यान्वयन करने के लिए नागरिकता संशोधन कानून लागू किया है।
प्रधानमंत्री मोदी से उन्होंने कहा कि अपनी मां की पैदाइश का सर्टिफिकेट दिखाओ। महबूब आलम हाल ही में एक बैंककर्मी के साथ गुंडागर्दी के कारण चर्चा में आये थे।
“गिरिराज सिंह – पाकिस्तान का दूत”
सभा को सम्बंधित करते हुए एक वक्ता जीतेन्द्र नाथ ने भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरिराज सिंह को पाकिस्तान का दूत बताया।
कन्हैया भूला राष्ट्रगान
वामपंथी नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भी मंच से लोगों को संबोधित किया। उसने लोगों को राष्ट्रगान गाने के लिए कहा और स्वयं ही राष्ट्रगान की कुछ पंक्तियाँ गलत गया।
कन्हैया ने कहा कि वह बिहार में धर्म की राजनीति नहीं चलने देंगे।
नीतीश के विरुद्ध गठबंधन सुदृढ़ करने की बात, पर राजद नदारद
सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने भी जनसभा को संबोधित किया और कहा कि बिहार में कन्हैया पर आठ बार आक्रमण किया गया। कहीं उसे काले झंडे दिखाए गए, कहीं उसके काफिले पर पथराव किया गया तो कहीं उसके मंच पर चप्पल उछाला गया।
सत्यनारायण ने कहा कि लोकसभा से सबक लेकर अब नीतीश को हराने के लिए लेफ्ट डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट बनाना आवश्यक है।
विपक्षी पार्टियों के कुछ छोटे घटकों जैसे हम और रालोसपा नेता भी सभा में उपस्थित रहे पर लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल ने इस कार्यक्रम से दुरी बनाये रखी।
विपक्षी दलों के शीर्ष नेता भी इस सभा से दूर ही रहे।