अनूप लाल यादव कॉलेज परिसर में रविवार को प्राचार्य डॉ। प्रो जयदेव यादव की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के अंतर्गत विश्व एड्स दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारीगण उपस्थित थे। मौके पर प्राचार्य ने कहा कि एड्स एक व्यापक बीमारी है। जो एचआईवी वायरस के कारण मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है। इसका कोई उपचार नहीं है। हालांकि वायरस को पूरी तरह से फैलने से रोकने अथवा कम करने के लिए दवाएं हैं। वायरस के स्थानांतरण के मुख्य माध्यमों में से एक असुरक्षित यौन संबंध है। एड्स एक तरह का कलंक भी है। इस वजह से खुले तौर पर समाज में लंबे समय तक चर्चा नहीं की जाती थी। इसका मतलब था कि बीमारी फैलाने के बारे में पर्याप्त जानकारी साझा नहीं किया जा रहा था। क्योंकि अधिकांश लोग इसके बारे में बात करने से हिचकिचाते थे। इसकी जानकारी की कमी के कारण उपचार की कमी से यह महामारी बन गया है। जिसके परिणामस्वरूप दुनिया भर में 28.9 मिलियन लोग इससे प्रभावित हैं। कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर विद्यानंद यादव ने कहा कि एड्स से बचने के लिए आम आदमी को जागरूक करना आवश्यक है। मौके पर डॉ। सुरेश कुमार, डॉ। सुदीप नारायण यादव, प्रो। अरुण कुमार, राजू, गगन, सोनाली, आशा, इंद्राणी, ऋतु, ज्योति, सविता, मेघा, वर्षा, मधुर, सोनी, पूनम, सिंधु, मनीष, पिंकी, लक्ष्मी, सविता आदि उपस्थित थे। एएलवाई कॉलेज की संगोष्ठी में उपस्थित छात्राएं व अन्य।