बोधगया में तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव का उद्घाटन गया : बोधगया के कालचक्र मैदान में आयोजित तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव का उद्घाटन बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बौद्ध महोत्सव में अनेक देशाें के लोग सम्मिलित हो रहे हैं, जो बहुत बड़ी बात है। इससे लोगों को बिहार के लोगों की बौद्ध धर्म, बोधगया और भगवान बुद्ध के प्रति श्रद्धा का पता चलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में भगवान बुद्ध के उपदेशाें की प्रासंगिकता और बढ़ गयी है। हमें उनके बताये आष्टांगिक मार्ग -सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाक, सम्यक क्रमांक, सम्यक आजीव, सम्यक व्यायाम, सम्यक स्मृति और सम्यक समाज को समझना होगा, जिससे शांति के साथ प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकें। मुख्यमंत्री ने बीटीएमसी के सचिव एन दोरजे के कामकाज की प्रशंसा की और उन्हें बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोधगया टेंपल के विकास का कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। 2013 में मंदिर पर हमला करने का प्रयास किया गया। इसके बाद सुरक्षा की बहुत व्यवस्था बढ़ायी गयी है। इसके साथ केंद्र सरकार ने अनेक पर्यटक स्थलों के विकास के लिए योजनाएं स्वीकृत की हैं। इसमें बोधगया का भी चयन किया गया है। बोधगया के विकास के लिए एक कंसल्टेंट बहाल किया गया है। जय प्रकाश उद्यान का महाबोधि मंदिर से बनाया जायेगा रिश्ता मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी 2010 में चार-पांच दिन रह कर गया-बोधगया का भ्रमण कर मुचलिंद सरोवर का भी निरीक्षण किया था और चार घंटे तक विकास कार्याें का जायजा लिया। साथ ही उसके समेकित विकास का निर्देश दिया। माया सराेवर की स्थिति ठीक नहीं है। उसके विकास के लिए संबंधित अधिकारियों से चर्चा की गयी। जय प्रकाश उद्यान का महाबोधि मंदिर से रिश्ता बनाया जायेगा। बोधगया के विकास के लिए महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। उसके समीप 100 कमरों का गेस्ट हाउस बनाने का निर्णय लिया गया है, ताकि देश-विदेश से आने वाले लोगों को रहने की व्यवस्था मिल सके। फल्गु में दो फुट तक जल रखने की तैयारी मुख्यमंत्री ने कहा कि बोधगया के साथ गया में पितृपक्ष के समय आने वाले लोगों की सुविधा के लिए नयी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। विष्णुपद मंदिर के निकट फल्गु नदी में कम से कम दो फुट जल उपलब्ध कराने के लिए कार्य कराया जा रहा है। पेयजल संकट को दूर करने के लिए गंगा जल लाकर घर-घर पहुंचाया जायेगा। यहां के विकास के लिए अनेक कार्य किये जा रहे हैं। रोपवे निर्माण की हो रही तैयारी मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रेतशिला, ब्रह्मयोनि व ढुंगेश्वरी पर्वत पर रोपवे का निर्माण किया जायेगा। भगवान बुद्ध की स्मृति में पटना में बुद्धा स्मृति उद्यान की स्थापना की गयी है। वहां संग्रहालय और विपासना केंद्र की स्थापना की गयी है। वहां बुद्धिज्म के संबंध में करुणा स्तूप की भी स्थापना की गयी है। पर्यावरण सुधार पर तीन वर्ष में व्यय होंगे 24,500 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में न्याय के साथ विकास पर कार्य हो रहा है। किनारे पर रहनेवाले लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने, महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने के लिए, नशामुक्ति के लिए मद्य निषेध, समाजसुधार के लिए बाल विवाह और दहेज प्रथा सहित जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए जल-जीवन-हरियाली अभियान का संचालन किया जा रहा है। ताकि, पर्यावरण के संतुलन में सुधार हो सके। जल और हरियाली से ही जीवन सुरक्षित है। तीन वर्ष में इस पर 24500 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे।