हैदराबाद मुठभेड़ की तरह 10 वर्ष की बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी का मुठभेड़ करने, पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने और परिजनों को क्षतिपूर्ति देने की मांग को लेकर रविवार को लगातार दूसरे दिन हाउसिंग कॉलोनी के पास बड़ा बवाल हुआ।
बच्ची के शव को ठेले पर रखकर आक्रोशित लोगों ने फोरलेन एनएच-28 को जाम कर दिया। बगल से गुजर रही मुजफ्फरपुर-मोतिहारी व मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेल मार्ग को भी जाम कर दिया। रेल ट्रैक पर आगजनी कर प्रदर्शन किया। वहीं, सप्तक्रांति एक्सप्रेस व मालगाड़ी को बहुत देर तक घेरे रखा। पुलिस ने लाठी चार्ज कर ट्रेन को घेरे युवकों को खदेड़ा। पौने दो बजे डीएसपी पश्चिमी व इंस्पेक्टर ने कई दौर की वार्ता के बाद लोगों को मनाया। केस में पॉक्सो एक्ट की धारा जोड़ने का लिखित आश्वासन देने के बाद लोग माने और जाम हटाया गया। मालूम हो, बैरिया गांधी नगर मोहल्ले में हाउसिंग कॉलोनी क्षेत्र की 10 वर्षीय बच्ची का शव बोरे में बंद मिला था।
शनिवार की रात जाम हटाने के बाद रविवार की सुबह 10 बजे आक्रोशित लोग फिर से शव लेकर सड़क पर उतर आए। महिलाओं में सबसे अधिक आक्रोश दिखा। दोपहर 12 बजे बवाल बढ़ जाने के बाद सिटी एसपी, डीएसपी पश्चिमी के साथ ही कांटी, अहियापुर, ब्रह्मपुरा, सदर व काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद भी लोग नहीं माने। ग्रामीणों ने कहा कि दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या की गई है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में खेल किया है। चौकीदार के वक्तव्य पर हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। पोस्टमार्टम में रेप के बिंदु पर श्रेष्ठतर ढंग से जांच नहीं की गई।