(ततहीर कौसर)। सात वर्ष की आयु में पहली बार 1984 में स्लेट पर एक फूल की तस्वीर बनाई। उस समय यह सोचा भी नहीं था कि इस क्षेत्र में मेरा नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होगा।
मैं मूल रूप से पूर्णिया जिले का रहने वाला हूं। उन दिनों मेरे पिताजी महेंद्र झा दरभंगा जिले के बहेड़ी में तैनात थे। मैं अपने माता-पिता के साथ वहीं पर रहता था और पढ़ाई करता था। मुझे मेरी नौकरानी रोज स्कूल छोड़ने के लिए जाती थी। एक दिन मैं स्कूल जाने के समय उसके घर पर गया तो देखा कि उनका बेटा गंगा कुछ पेंटिंग बना रहा था। मैं उस पेंटिंग को बहुत गौर से देखने लगा। इसके बाद उसने मुझे एक स्लेट दिया जिस पर फूल की तस्वीर बनी हुई थी। गंगा ने मुझसे कहा कि अब तुम इस तस्वीर को बनाओ। मैनें जिंदगी में पहली बार फूल की तस्वीर बनाई। मुझे गंगा की पेंटिंग से ही प्रेरणा मिली कि अब इस क्षेत्र में ही कुछ कलाग करके नाम कमाना है।
कई बार ऐसा भी हुआ कि मैं अपनी नौकरानी के साथ स्कूल जाने के लिए तो निकला पर नहीं गया। रास्ते में ही नौकरानी का घर पड़ता था। वहीं पर रुक जाता और गंगा को पेंटिंग बनाते देखते रहता। गंगा पेशे से पेंटर था। उसी के साथ मैं भी तस्वीरें बनाने लगता। सबसे पहली तस्वीर माखनचोर की बनाई और यह सिलसिला निरंतर चलता रहा। अप्रैल 2012 में स्विटजरलैंड के बेसेल शहर में आयोजित प्रदर्शनी में मेरी एक तस्वीर की मूल्य एक लाख 68 हजार रुपए तक लगाई गई। इसके अतिरिक्त मई 2017 में टोक्यो में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आर्ट फेस्टिवल में भी मेरी तस्वीरों की प्रशंसा हुई।
मेरा सपना है कि मैं अपने पिता स्व। महेंद्र झा के नाम पर राष्ट्रीय स्तर के सृजनात्मक संस्थान की स्थापना शीघ्र से शीघ्र कर सकूं, ताकि संस्थान में बच्चों की प्रतिभा को नया आयाम मिल सके। संस्थान के लिए भूमि ले ली गई है और उस पर बिल्डिंग बनाने की प्रक्रिया भी आरम्न्भ हो चुकी है। शीघ्र ही यह तैयार भी हो जाएगा। -(जैसा कि राजीव राज ने पत्रकार को बताया)
मेरी एक्रेलिक पेंटिंग को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में वर्ष 2020 के लिए दर्ज किया गया है। लिम्का ने शुभकामना के साथ इसकी सूचना ईमेल से दी। इसमें लिखा है कि भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे बड़ी एक्रेलिक पेंटिंग बनाने के लिए आपका नाम इसमें दर्ज किया गया है। मैनें यह पेंटिंग पूर्णिया में 3 दिसंबर 2018 को दिन के 4:43 पर प्रारंभ कर दूसरे दिन 11:18 रात में 31 घंटा 17 मिनट में पूरा किया था। मैनें 1406 वर्ग फीट की पेटिंग बनाकर यह रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले का रिकॉर्ड 896 वर्ग फीट का था।