भागलपुर – जिले से एसटीएफ ने बाहुबली विनोद यादव हत्याकांड के मुख्य आरोपी छोटुआ यादव समेत तीन अपराधियों को बंदी बनाया है। नवगछिया-मधेपुरा सीमा के पास से कुख्यात पुरुषोत्तम उर्फ छोटुआ यादव को बंदी बनाया गया है।
पुलिस तीन वर्ष से छोटुआ की खोज कर रही थी। बदमाश पर पुलिस ने 50 हजार का पुरस्कार घोषित कर रखा था।
एसटीएफ के एडीजी सुशील मानसिंह खोपड़े ने छोटुआ के बंदी बनाये जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि छोटुआ कई बड़े हत्याकांड में संलिप्त था।
अपराधियों के पास से एक कार्बाइन, दो देसी पिस्टल और 40 कारतूस बरामद किये गए हैं।
विदित हो कि छोटुआ 2016 में हुए राष्ट्रीय जनता दल के आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेता विनोद यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। इस हत्याकांड में 12 नामजद समेत कई अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज है।
2017 में पुलिस ने छोटुआ को पूर्णिया सीमा पर पकड़ा था। कुछ महीनों बाद वह जमानत पर बाहर आ गया जिसके बाद 2017 में उसने अधिवक्ता प्रमोद राय की हत्या की थी। वर्ष 2019 में जिला परिषद सदस्य के भाई सोनू राय का भी वध किया था। कुछ दिनों पहले उसने एक अन्य अपराधी राजधर यादव को भी घर में घुसकर गोली मारी थी।
इस हत्याकांड में न्यायालय ने रंगरा के पूर्व जिला पार्षद अरविंद यादव सहित छह आरोपियों को आजीवन कारावास का दण्ड दिया था। न्यायालय ने साधोपुर निवासी पूर्व जिला पार्षद अरबिंद यादव, सधुआ के नंद किशोर मंडल, मिल टोला के पिंटू सिंह और धनंजय कुमार, लतरा के मुकेश कुमार उर्फ टुनटुन उर्फ राजीव कुमार और रसलपुर के सचिन उर्फ सच्चो यादव को आजीवन कारावास का दण्ड दिया था।
एक अन्य कुख्यात अपराधी नंदकिशोर मंडल, जो नवगछिया के रसलपुर निवासी बाहुबली विनोद यादव हत्याकांड में नामजद आरोपी था, उसकी हत्या कर दी गई थी। मृतक नंदकिशोर की मां ने प्राथमिकी में विनोद यादव के बेटे टी एन यादव पर हत्या के आरोप लगाये थे।