देशभर में चायनीज़ वायरस कोरोना के मामलों में निरंतर वृद्धि हो रही है। बिहार में भी मंगलवार को इस भयंकर महामारी के वायरस के 6 मामले सामने आए हैं, इसी के साथ राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़कर 38 पहुंच गए हैं। राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अतिरिक्त 2 और चिकित्सालयों को कोविड-19 विशेष घोषित किया है, अर्थात इन दोनों चिकित्सालयों में अब कोरोना के रोगियों का ही उपचार होगा।
अभी तक पटना के नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय और चिकित्सालय के अतिरिक्त अब गया के अनुग्रह नारायण मगध चिकित्सा महाविद्यालय चिकित्सालय और भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय चिकित्सालय में भी कोरोना रोगियों का ही उपचार होगा।
बिहार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ट्वीट करके इस बात की सूचना दी है। उन्होंने लिखा, #BiharFightsCorona एनएमसीएच एक समर्पित कोविड -19 चिकित्सालय के रूप में कार्य कर रहा है। वर्तमान स्थिति में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा निर्णय लेते हुए भागलपुर के JLNMCH और गया के ANMCH चिकित्सालय को covid-19 विशेष चिकित्सालय घोषित किया है। जिला चिकित्सालयों में आपातकालीन सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
बिहार में मंगलवार को देर सायं तक चार और कोरोना संक्रमित रोगी मिले हैं। इनमें से दो सिवान के एक ही परिवार के हैं। 26 वर्ष की एक महिला और 20 वर्षीय शख्स संक्रमित पाए गए हैं। इनके अतिरिक्त बेगूसराय के दो लड़के जिनमें से एक की आयु 16 वर्ष और दूसरे की आयु 15 वर्ष है, वह भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। मंगलवार को कोरोना के कुल 6 संक्रमित मामले सामने आए, जिससे बिहार में आंकड़ा बढ़कर 38 पहुंच गया। सीवान जिले में दो महिलाएं कोरोना संक्रमित मिली हैं।