पटना – बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को कहा कि राज्य में पीपीई किट, परीक्षण किट, मास्क या किसी अन्य आवश्यक सामग्री का अभाव नहीं है। चिकत्सकों और पराचिकित्सा कर्मचारियों के लिए आवश्यक पीपीई किट हमारे पास 30 हजार से अधिक मात्रा में उपलब्ध है।
पांडेय ने कहा कि आवश्यकता अनुसार पीपीई किट सभी जगह भेजे गए हैं। 98 हजार से अधिक एन 95 मास्क पटना में हमारे भंडार में रखे हैं। आवश्यकता अनुसार सभी चिकित्सालयों में भेजा गया है। नमूना संकलन के लिए आवश्यक किट हमारे पास 3500 से अधिक है। परीक्षण किट की भी पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। पटना के आरएमआरआई में लगभग 6000 परीक्षण किट हैं। 15 हजार और किट आज आने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि 18 मार्च के बाद विदेश से आए लोगों को ढूंढ कर उनकी जांच कराई जा रही है। कोई छूट न जाए इसके लिए हम आग्रह करते हैं कि जो व्यक्ति 18 मार्च के बाद विदेश से आए हैं वे स्वयं सामने आकर अपना परीक्षण करवाएं।
बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग ने कोरोनोवायरस के प्रकोप से उत्पन्न संकट के बीच 76 से अधिक चिकत्सकों को “कर्तव्यों से अनुपस्थित” होने के लिए नोटिस जारी किया है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराई गई जांच में 198 चिकित्सक अपने चिकित्सालयों में अनुपस्थित पाए गए। बिहार सरकार ने ऐसे 76 चिकित्सकों से तीन दिन में उत्तर मांगा है। राज्य सरकार ने चिकित्सकों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और महामारी रोग एक्ट-1897 के अंतर्गत कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं। इसके साथ ही सरकार अनुपस्थित रहने वाले 122 अन्य चिकित्सकों के विरुद्ध भी कार्रवाई कर सकती है।