कोरोनावायरस से मुक्त बिहार समेत देश के अधिकतर क्षेत्रों में सोमवार से तालाबंदी में ढील का सिलसिला आरम्न्भ हो गया। बिहार में सीवान के बाद बिहारशरीफ प्रदेश का नया हॉट स्पॉट बन गया है। सोमवार को बिहारशरीफ में 17 कोरोना रोगी मिले। इस तरह बिहारशरीफ में कुल कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़कर 28 हो गई हैं। बिहार में कुल कोरोना संक्रमित की संख्या 113 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि नालंदा के सभी 17 नए रोगी दुबई से लौटे कोरोना संक्रमित रोगी के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। नए रोगियों में सात महिलाएं और 10 पुरुष सम्मिलित हैं। दूसरी ओर पॉजिटिव चिकित्सक के संपर्क में आने वाले नालंदा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा- कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रत्येक घर जांच का दायरा भी बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रभावित जिलों में कोरोना संदिग्धों की पहचान के लिए प्रत्येक घर जांच अभियान में अब तक 36 लाख 14 हजार घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है। उसमें से मात्र १,386 लोगों में सर्दी, खांसी और ज्वर के सामान्य लक्षण हैं। इसमें से 899 लोगों के नमूना जांच के लिए भेजे गए हैं।
राज्य में तालाबंदी से प्रभावित दिहाड़ी श्रमिकों, ठेला वेंडरों, रिक्शा चालकों और अन्य जरूरतमंदों को आपदा राहत केंद्रों पर बाढ़ राहत शिविरों के ही समान सहायता मिलेगी। यहां रहने वाले लोगों को बर्तन, कपड़ा और दूध से लेकर सभी सुविधाएं मिलेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिविर में खाना बनाने वाले को पृथक से पारिश्रमिक दी जाएगी। सोमवार को आपदा राहत केंद्रों की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को यह आदेश दिया। राज्य में अभी 196 आपदा राहत केंद्र चल रहे हैं जहां 61334 लोगो को नियमित भोजन और आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने कि जिलों में आवश्यकता के हिसाब से आपदा राहत केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए सरकार धन की कमी नहीं होने देगी।