नई दिल्ली – तालाबंदी के समय यदि आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए अच्छा अवसर है। आप सरकारी गोल्ड में ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। ऑनलाइन निवेश करने पर आपको अतिरिक्त छूट भी मिलेगी। सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पहले सॉवरेन गोल्ड बांड की बिक्री 20 अप्रैल से आरम्न्भ कर दी है। इसमें 24 अप्रैल तक निवेश किया जा सकता है। निवेशकों को बांड 28 अप्रैल को जारी किए जाएंगे।
ऑनलाइन खरीदारी पर छूट
सरकार ने वर्तमान सीरीज के गोल्ड बांड के लिए 4639 रुपये प्रति ग्राम अर्थात 46390 रुपये प्रति 10 ग्राम का भाव तय किया है। वहीं आनलाइन क्रय पर इस पर 50 रुपये प्रति ग्राम या 500 रुपये प्रति 10 ग्राम की छूट मिलेगी। इस लिहाज से 10 ग्राम सोने का भाव 45890 रुपये होगा।
यहां से खरीद सकते हैं
बॉन्ड की बिक्री कॉमर्शियल बैंक, भारतीय भण्डार होल्डिंग निगम लिमिटेड और कुछ चुनिंदा डाकघरों तथा शेयर बाजारों जैसे भारतीय राष्ट्रीय भण्डार एक्सचेंज लिमिटेड और बॉम्बे भण्डार एक्सचेंज के माध्यम से की जाएगी।
कितना मिलेगा ब्याज?
जब आप इन बॉन्डों में निवेश करते हैं तो सोने की कीमतों के बढ़ने से मिलने वाले फायदे के अतिरिक्त यह बॉन्ड वार्षिक 2.50 प्रतिशत ब्याज भी देते हैं। इस ब्याज का भुगतान छह महीने में होता है। इन बॉन्ड में निवेश की न्यूनतम सीमा एक ग्राम है।
निकलने का क्या है विकल्प?
सॉवरेट गोल्ड बॉन्ड को बाजार में सोने की वर्तमान कीमतों पर भुनाया जा सकता है।
कितना सोना खरीद सकते हैं?
इस योजना के अंतर्गत सबसे छोटा बॉन्ड १ ग्राम के सोने के बराबर होगा। कोई भी व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम सोने का बाॉन्ड खरीद सकता है। कुल मिलाकर व्यक्तिगत रूप से बॉन्ड क्रय की सीमा ४ किलो वहीं ट्रस्ट या संगठन के लिए 20 किलोग्राम रखी गई है।
कितना कर चुकाना पड़ेगा?
मैच्योरिटी तक होल्ड करने पर एसजीबी पर कोई कैपिटल गेंस कर नहीं लगता है। यद्यपि, मैच्योरिटी की तिथि से पहले एक्सचेंज के माध्यम से बेचने पर यह छूट लागू नहीं होती है। यदि खरीद के तीन वर्ष के भीतर गोल्ड बॉन्ड को बेचा जाता है तो इसे शॉर्ट टर्म गेंस माना जाता है। इस तरह के गेंस को निवेशक की आय के साथ जोड़ा जाता है। इस पर उसी के हिसाब से कर लगेगा जिस कर स्लैब में निवेशक आता है।