लखनऊ के प्रांजल श्रीवास्तव ने ऐसी डिवाइस बनाई है जिसकी मदद से खाना पकाने समय मोबाइल भी चार्ज किया जा सकता है। छात्र प्रांजल श्रीवास्तव ने इसका नाम थर्मोइलेक्ट्रिक स्टोव जनरेटर दिया है। डिवाइस के लिए प्रांजल को नेशनल इंस्पायर अवॉर्ड में पहला स्थान मिला है। इसके अतिरिक्त फिलीपिंस में आयोजित स्टूडेंट इनोवेशन कॉम्पिटीशन भी जीता है।
जीडी गोयनका स्कूल, लखनऊ के छात्र प्रांजल के अनुसार, थर्मोइलेक्ट्रिक स्टोव जनरेटर वेस्ट हीट को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदलता है। ऊर्जा स्टोव के सुपरकेपेसिटर में एकत्र होती है। डिवाइस में यूएसबी पोर्ट दिया गया है जहां से मोबाइल भी चार्ज किया जा सकता है।
प्रांजल के अनुसार, है और मुझे इसे तैयार करने में करीब 6 माह का समय लगा है। करीब दो वर्ष से टेस्टिंग कर रहा हूं ताकि यह डिवाइस सुरक्षा मानकों पर खरा उतर सके। लगातार एक साथ खाना बनाने के साथ मोबाइल भी चार्ज किया जा सकता है।
प्रांजल कहते हैं, मैं ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ा हुआ हूं। गांव में मैंने देखा कि बिजली न होने पर लोग केरोसिन लैंप का प्रयोग करते हैं। इस पर्यंत खाना बनाते समय अधिक ऊष्मा यानी हीट व्यर्थ हो जाती है जिसे स्टोर नहीं किया जाता। डिवाइस ऊष्मा को इकट्ठा करके और ऊर्जा यानी बिजली में बदलती है।
मां नीमा का कहना है कि प्रांजल पढ़ाई में बहुत अच्छा है और उसकी उपलब्धि पर हमें गर्व है। स्कूल के चेयरमैन सर्वेश गोयल का कहना है कि स्कूल के दूसरे स्टूडेंट्स को प्रांजल का मॉडल प्रेरित करेगा।