केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पूर्व वित्त मंत्री पी। चिदंबरम के वक्तव्य पर पलटवार करते हुए उन्हें चिंदी चोर बताया। गुरुवार को चिदंबरम ने डेमोक्रेसी इंडेक्स में भारत के 10 स्थान गिरने पर कहा था कि सत्ता में बैठे लोग ही मूली टुकड़े-टुकड़े गैंग हैं। इस पर प्रधान ने कहा, ' ' चिदंबरम हाल ही में चोरी के आरोप में जेल से वापस आए हैं। देश जानता है उन्होंने अपने कार्यकाल में कैसा कार्य किया। ‘ चिंदी चोरी, करने वाले चिदंबरम जैसे लोगों को हमेशा उनसे समस्या होती है जो नियम-कानून का पालन करते हैं।' '
चिदंबरम ने आरोप लगाया था कि सरकार देशी की संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। पिछले दो वर्ष में लोकतांत्रिक मूल्यों में बहुत गिरावट आई है। राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखने वाला कोई भी व्यक्ति बता देगा कि कैसे लोकतंत्र को कुचला गया। भारत जिस दिशा में बढ़ रहा है, उससे दुनिया सकते में है। इससे हर देशभक्त को चिंतित होना चाहिए।
‘ द इकोनॉमिस्ट, ने मंगलवार को 165 देशों की डेमोक्रेसी सूचि जारी की थी। इसमें भारत 10 पायदान नीचे गिरकर 51वें पायदान पर आ गया। 2019 में भारत का डेमोक्रेसी स्कोर 6.9 रहा, जो 13 वर्ष में सबसे निचले स्तर पर है। इस रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू करने से डेमोक्रेसी स्कोर में गिरावट आई।
पिछले सप्ताह गृह मंत्रालय ने एक आरटीआई के उत्तर में कहा था कि उन्हें टुकड़े-टुकड़े गैंग के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा था कि सरकार ही टुकड़े-टुकड़े गैंग को चला रही है। पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया घोटाले में गिरफ्तार हुए थे। तिहाड़ जेल में 106 दिन बंद रहने के बाद उन्हें 4 दिसंबर को जमानत मिली थी।