भारत और चीन के बीच इस वर्ष मई महीने से ही सीमा पर तनाव जारी है। इसी बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि चीन ने भारत से लगती उत्तरी सीमा पर 60 हजार सैनिक तैनात किए हैं। पोम्पियो ने सीमा पर तनाव को लेकर चीन के व्यवहार पर उसे फटकार लगाई और कहा कि बीजिंग क्वाड देशों के लिए संकट बन गया है।
हिंद-प्रशांत देशों के विदेश मंत्रियों को क्वाड समूह के रूप में जाना जाता है। क्वाड देशों में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया सम्मिलित है। इन देशों के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को जापान की राजधानी टोक्यो में भेंट की। चायनीज़ कोरोनावायरस महामारी के आरम्न्भ होने के बाद यह विदेश मंत्रियों की पहली भेंट थी। विदेश मंत्रियों की यह बैठक हिंद-प्रशांत, दक्षिण चीन सागर में चीन के आक्रामक सैन्य रवैये और पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत के साथ तनाव के बीच हुई।
टोक्यो में भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों के साथ दूसरी क्वाड बैठक में भाग लेने के बाद पोम्पियो अमेरिका लौटे। शुक्रवार को ‘ द गाइ बेन्सन शो’ के एक साक्षात्कार में पोम्पियो ने बताया कि भारतीय सेना उत्तरी सीमा पर 60 हजार चीनी जवानों की तैनाती को देख रही है।
उन्होंने कहा, मैं भारत, ऑस्ट्रेलिया, और जापान के अपने समकक्षों के साथ था। मैं क्वाड की बैठक में भाग लेने गया था। यह एक ऐसा प्रारूप है, जिसमें बड़े लोकतंत्र और शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं वाले चार देश सम्मिलित हैं। इनमें से हर एक देश को चीनी साम्यवादी पार्टी द्वारा संकट का अंदेशा है।
पोम्पियो ने कहा कि भारत का हिमालय में चीनी सेना के साथ आमना-सामना हुआ, जहां दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प भी हुई। चीन ने अब भारत के साथ लगने वाली सीमा पर बड़ी संख्या में जवानों को तैनात करना आरम्न्भ कर दिया है। चीनी सेना की तरफ से 60 हजार जवानों को सीमा पर तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा, चीन की साम्यवादी (कम्युनिस्ट) पार्टी सभी के लिए संकट है। जब ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि चीन को वुहान से आए चायनीज़ कोरोनावायरस को लेकर जांच करनी चाहिए, तो चीनी साम्यवादी पार्टी ने उसे धमकाया और डराने का प्रयास किया।