अरबपति निवेशक वारेन बफेट ने कहा कि उसकी कंपनी बर्कशायर हैथवे ने एयरलाइन कंपनियों के अपने सभी शेयर बेच डाले हैं। बफेट का यह वक्तव्य अमेरिका के एयरलाइन उद्योग के लिए संकट का संकेत है। यह उद्योग कोविड-19 महामारी के कारण तबाही के कगार पर पहुंच गया है। बफेट बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन हैं। उनके बयानों पर विश्व के निवेशकों की नजर रहती है और वे इसका उपयोग अपने भावी निवेश के निर्णय लेने में करते हैं। कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही में 50 अबर डॉलर का घाटा दर्ज किया है।
बर्कशायर हैथवे के शेयरधारकों की वार्षिक आम बैठक में शनिवार को अमेरिका के ओमाहा में बफेट ने कहा कि विमानन कंपनियों के लिए विश्व बदल चुकी है। और मुझे नहीं पता कि यह कैसे बदली है। शेयरधारकों की बैठक इस वर्ष वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। बफेट ने कहा कि आशा है कि विमानन कंपनियां स्वयं को तेजी के साथ बदली हुई परिस्थितियों के अनुरूप ढालेंगी। ऐसा लगता है कि इस व्यापार के विषय में मेरी सोच अनुचित थी।
बर्कशायर हैथवे के पास दिसंबर 2019 में युनाइटेड एयरलाइंस, अमेरिकन एयरलाइंस, साउथवेस्ट एयरलाइंस और डेल्टा एयरलाइंस के ४ अरब डॉलर से अधिक के शेयर थे। इस वर्ष इन कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। युनाइटेड एयरलाइंस के शेयरों में 69.7 प्रतिशत, अमेरिकन एयरलाइंस के शेयरों में 62.9 प्रतिशत, साउथेवेस्ट एयरलाइंस में 45.8 प्रतिशत और डेल्टा एयरलाइंस के शेयरों में 58.7 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है।