चायनीज़ वायरस कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने अब पूरी तरह कमर कस ली है और कठोर कदम उठाने का निर्णय किया है। स्थिति और अधिक न बिगड़े, इसके लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों में पूर्ण तालाबंदी का निर्णय किया है। सोमवार को केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई थी।
संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सोमवार की रात पूरे देश में तालाबंदी की घोषणा कर दी गई। इसके 30 राज्य के साथ-साथ और केंद्र शासित प्रदेश भी सम्मिलित हैं।
निर्णय होने के बाद राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों को इस बाबत सूचना दे दी गई है।
सेना और अर्धसैनिक बलों को भी सतर्क कर दिया गया है ताकि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से, केरल, गुजरात, मणिपुर, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, गोवा और कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में कर्फ्यू जैसे हालात के समय स्थिति पूरी तरह से सामान्य बनी रहे।
कुछ लोगों के लापरवाही और तालाबंदी के उल्लंघन के कई मामले आने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कर्फ्यू लगा दिया था। कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में ही आए थे।
केंद्र सरकार के सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता कर्फ्यू के माध्यम से लोगों का मन भांप लिया है। देश के बहुसंख्यक इसके विरुद्ध नहीं है अपितु इसका समर्थन करते हैं। यद्यपि जनता कर्फ्यू के समय लोगों ने अपने घरों में रहकर मोदी के आह्वान का समर्थन किया, परन्तु उससे अगले ही दिन कई राज्यों में लोग सड़कों पर दिखे।
इसी असावधानी के चलते केंद्र सरकार ने पूर्ण तालाबंदी की तैयारी की है। दिल्ली सहित कई राज्यों में पहले ही धारा 144 लगाई जा चुकी है। पंजाब और चंडीगढ़ में पहले से ही कर्फ्यू की स्थिति है। अभी तक देश में कोरोना संक्रमण के रोगियों का आंकड़ा पांच सौ के करीब पहुंच चुका है। इनमें से दस लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
क्या होती है तालाबंदी (लॉकडाउन)?
- तालाबंदी एक आपदा व्यवस्था है जो किसी आपदा या महामारी के समय सरकारी आदेश के तौर पर कार्यान्वित की जाती है।
- तालाबंदी जनता की सुविधा और सुरक्षा के लिए किया जाता है।
- जिस क्षेत्र में तालाबंदी किया गया है उस क्षेत्र के लोगों को घरों से अनावश्यक कार्यों के लिए बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है।
- उन्हें सिर्फ अनाज और दवाओं जैसी आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए ही बाहर आने की अनुमति मिलती है, इस पर्यंत वे बैंक से पैसे निकालने भी जा सकते हैं।
- तालाबंदी के कारण से किसी तरह की परेशानी हो तो आप संबंधित पुलिस थाने, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक अथवा अन्य उच्च अधिकारी को दूरभाष द्वारा संपर्क कर सकते हैं।
- सभी निजी और ग़ैर सरकारी वाले कार्यालय बंद रहते हैं, सरकारी कार्यालय जो आवश्यक श्रेणी में नहीं आते, वह भी बंद रहते हैं।
- तालाबंदी एक ऐसा आपातकालीन प्रोटोकॉल है जिसके अंतर्गत शहर या प्रदेश में रहने वाले लोगों को क्षेत्र छोड़कर जाने या घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह से रोक लगाता है।