नई दिल्ली – दिल्ली में कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। दिल्ली में कोरोना के रोगियों की संख्या अब 669 हो गई है, इनमें 426 इस्लामी संगठन तबलीगी जमात से जुड़े लोग सम्मिलित हैं।
पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 93 नए मामले सामने आए हैं जो सभी तबलीगी जमात के आयोजित कार्यक्रम निजामुद्दीन मरकज़ से हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सभी 93 मामले संगरोध केंद्र में रखे गए इस्लामी संगठन के लोगों के हैं, जबकि अभी तक चिकित्सालय में भर्ती मरकज के लोगों के आंकड़े सामने आ रहे थे।
विदित हो कि निजामुद्दीन तबलीगी मरकज क्षेत्र से 2346 लोगों को निकाला गया था इनमें से 536 चिकित्सालय में भर्ती किए गए थे, जबकि 1810 संगरोध केंद्र में रखे गए थे। चिकित्सालय में भर्ती किए लोगों में से 333 लोग संक्रमित पाए गए थे, जिससे ऐसा लगा था कि आंकड़ा अब थम गया है, लेकिन अब संगरोध में रखे लोगों के कोरोना से संक्रमित होने से आंकड़ा तेजी से बढ़ना आरम्न्भ हो गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनावायरस महामारी को प्रसारित होने से रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने घर से बाहर निकलने पर लोगों को मास्क पहनना आज बुधवार से अनिवार्य कर दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद इस निर्णय की घोषणा करते हुये कहा कि चेहरे पर मास्क लगाने से बहुत हद तक चायनीज़ वायरस कोरोना संक्रमण के प्रसार को कम किया जा सकता है। कपड़े का मास्क भी उपयोग में लाया जा सकता है।
केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा कि दिल्ली के सभी सरकारी विभागों को वेतन के अतिरिक्त सभी व्यय रोकने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्व की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सरकार को अपने व्यय में भारी कटौती करनी होगी। ट्वीट में कहा गया है कि कोरोना और तालाबंदी सम्बन्धी व्यय के अतिरिक्त कोई अन्य व्यय केवल वित्त विभाग की अनुमति से ही किया जाएगा।
यह बैठक कोविड-19 के प्रसार को रोकने को दृष्टि में रखकर उठाये जा रहे कदमों पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी, जिसमें मंत्रियों के अतिरिक्त शीर्ष अधिकारियों ने भी भाग लिया।