धनरुआ थाने के चक्रमासी गांव के खगड़ी टोले में रविवार की दोपहर दो सहोदर भाइयों के बीच हो रही मारपीट में बीच-बचाव करने गए तीसरे भाई को एक पक्ष के 10 वर्षीय बच्चे ने गोली मारकर हत्या कर दी। उसकी मृत्यु उपचार के लिए पीएमसीएच ले जाने के समय रास्ते में हो गई। मृतक 50 वर्षीय परमा प्रसाद उर्फ दली गांव के स्व। मोहन प्रसाद का पुत्र था और वह खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था।
परमा प्रसाद उर्फ दली के बड़े भाई 65 वर्षीय ललन प्रसाद और छोटे भाई सरमा प्रसाद के बीच रविवार की दोपहर गांव से पश्चिम चिरारी खंधा में किसी बात को लेकर मारपीट हो गई। आरोप है कि इस पर्यंत शराब के नशे में धुत सरमा प्रसाद ने अपने बड़े भाई ललन प्रसाद की लाठी से बुरी तरह पिटाई कर दी। इसे देख ललन प्रसाद की 18 वर्षीया पुत्री सरिता कुमारी जब अपने पिता को बचाने गई तो उसने उसे भी मारपीट कर एक हाथ तोड़ दिया।
सरमा ने पिता-पुत्री की इतनी पिटाई कर दी वे बुरी तरह लहूलुहान होकर गिर गए। इस बीच दोनों के चिल्लाने की आवाज सुनकर ललन प्रसाद का तीसरा भाई परमा प्रसाद उर्फ दली वहां पहुंचा और सरमा प्रसाद को वहां से खदेड़ते घर ले आया जहां बाद में दोनों परिवारों के बीच जमकर लाठी-डंडे चलने लगे, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस बीच सरमा भागता हुआ घर की छत पर चला गया और उसके पीछे परमा उर्फ दली व ललन प्रसाद भी पहुंच गया। आरोप है कि इस पर्यंत घर में उपस्थित सरमा प्रसाद का 10 वर्षीय पुत्र अपने पिता को पिटता देख आक्रोशित हो उठा और घर के एक कमरे में रखी लोडेड देसी पिस्तौल निकाल लाया और ललन प्रसाद पर निशाना साध फायर कर दी।
पिस्तौल से निकली एक गोली ललन को छूते हुए बीच-बचाव कर रहे परमा प्रसाद उर्फ दली की गर्दन में जा लगी वहीं दूसरी गोली उसके कंधे में लगी। पीएमसीएच पहुंचने से पहले की रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई। धनरुआ थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि इस मामले में जख्मी ललन प्रसाद के वक्तव्य पर उसके भाई सरमा प्रसाद, उसके नाबालिग पुत्र, पुत्री सुधा कुमारी व पत्नी कुसुम देवी के विरुद्ध हत्या की नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
उक्त घटना में बुरी तरह जख्मी हो चुकी सरमा प्रसाद की पत्नी कुसुम देवी का आरोप है कि उसके दस वर्षीय पुत्र को बेवजह इस कांड में फंसाया जा रहा है। इतनी छोटी-सी आयु में खिलौनों से खेलने वाला बच्चा गोली कैसे चला सकता है। उसने पुलिस को बताया है कि परमा को गोली उसके पड़ोसी बालेश्वर प्रसाद का पुत्र शंकर उर्फ नीपू ने मारी है। वह उसके पति को मारने वाला था लेकिन उसका निशाना चूक गया।
बताया जाता है कि सरमा प्रसाद और उसका बड़ा भाई ललन प्रसाद मवेशी बेचने व क्रय का कारोबार करता है। अक्सर दोनों के बीच कमीशन खाने व ग्राहक भड़काने को लेकर मारपीट होती रहती थी। पुलिस उसके घर से एक मवेशी ( भैंस ) बरामद कर थाने ले आई।