इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय विमान पत्तन (आईजीआई) पर 2022 से एयर ट्रेन सेवा आरम्न्भ होगी। इस ट्रेन सेयात्रियों को एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक पहुंचने में आसानी होगी। सूत्रों ने बताया कि विमान पत्तन कामौजूदा विस्तार प्रॉजेक्ट 2022 में पूरा होने के बाद आईजीआई देश का सबसे बड़ा विमान पत्तन बन जाएगा। इस परियोजना के अंतर्गत एयर ट्रेन और ऑटोमेटेड पैसेंजर्स मूवर (एपीएम) आरम्न्भ किएजाएंगे। एयर ट्रेन के जून 2022 तक शुरु होने की संभावना है।
एयर ट्रेन और एपीएम के जरिए टी-1 के एक्सटेंशन और टर्मिनल-3 के बीच आवागमन बहुत आसान हो जाएगा। अभी एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक जाने के लिए शटल बस सर्विस का प्रयोग किया जाता है। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय विमान पत्तन अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर काविस्तार करने के अगले चरण का कामकर रहा है। इसके 3 वर्षमें पूरा होने की संभावना है। इससे विमान पत्तन की क्षमता हर वर्ष 10 करोड़ लोगों की हो जाएगी। अभी केवल तीन देशों-शिकागो, शंघाई और फ्रेंकफर्ट में एयर ट्रेन की सुविधा है।
टर्मिनल 3 से बायोमीट्रिक इनेबल्ड सीमलैस ट्रेवल (बीईएसटी) प्रणाली शुरू
आईजीआई विमान पत्तन ने सितंबर महीने से टर्मिनल-3 पर बायोमीट्रिक इनेबल्ड सीमलैस ट्रेवल (बीईएसटी) प्रणाली आरम्न्भ की है। इसके अंतर्गत फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी की मदद से यात्रियों को प्रवेश मिलता है। यात्री को विमान पत्तन में प्रवेश, सुरक्षा जांच और विमान बोर्डिंग सहित सभी जगह पहचान पत्र दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ती।