चीन के वुहान शहर से लौटे भारतीयों में दिल्ली के छावला स्थित आईटीबीपी सेंटर में भर्ती सभी 406 रोगियों की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। 1-2 फरवरी को वुहान से लौटे सभी 647 भारतीयों समेत सात मालदीव के नागरिकों को दिल्ली के आईटीबीपी सेंटर और मानेसर स्थित सेंटर भेजा गया था। आईटीबीपी ने रविवार को कहा कि छावला स्थित सेंटर पर वुहान से लौटे सभी रोगियों की जांच हो गई है। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चिट्ठी लिखकर सहानुभूति जताई है और कहा कि इस चुनौति से निपटने में भारत के लोग चीन के साथ हैं।
आईटीबीपी ने कहा- इससे पहले सफदरजंग चिकित्सालय में भेजे गए सात युवक भी आईटीबीपी सेंटर वापस आ गए हैं। मेडिकल प्रोटोकॉल के अनुसार समय-समय पर सभी का परीक्षण किया जा रहा है। किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए चार आइसोलेशन बेड्स तैयार रखे गए हैं। इसके साथ ही चार क्रिटिकल केयर लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी उपलब्ध हैं।
नोवेल कोरोनावायरस के कारण से अब तक 812 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। हॉन्गकॉन्ग में जहाज पर फंसे 1800 क्रू मेंबर्स की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सभी को जहाज से छुट्टी मिल गई है। उधर, जापान के योकोहामा में क्रूज शिप डायमंड प्रिंसेज में अब वहां की सरकार सेना भेजने की तैयारी कर रही है। जहाज पर 138 भारतीय हैं, जिनमें 132 क्रू मेंबर्स और 6 यात्री हैं। इस शिप पर कोरोनावायरस से संक्रमित 64 लोग हैं। यद्यपि, इनमें एक भी भारतीय सम्मिलित नहीं हैं। जहाज पर करीब 3700 लोग उपस्थित हैं।
शिप डायमंड प्रिंसेज के कर्मचारी के मुताबिक, लोगों को निकालने के लिए और सेफ्टी प्रोटोकॉल पूरा करने के लिए सेना बुलाया गया है। जहाज पर कोरोनावायरस का मामला सामने आने के बाद उसे अलग-थलग (क्वारैंटाइन) कर दिया गया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को ट्वीट किया था- कई भारतीय क्रू मेंबर्स दल और यात्री कोरोनावायरस के कारण से जहाज पर फंसे हैं। अब तक किसी की भी पॉजिटिव रिपोर्ट नहीं आई है।
Many Indian crew & some Indian passengers are onboard the cruise ship #DiamondPrincess quarantined off Japan due to #Coronavirus । None have tested positive, as per the latest information provided by our Embassy @IndianEmbTokyo । We are closely following the developments ।
&mdash Dr । S । Jaishankar (@DrSJaishankar) February 7, 2020
एक महीने पहले चीन से लौटे छात्र टार्जन कुमार को संक्रमण की आशंका के बाद गया के सरकारी चिकित्सालय में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। चिकित्सालय के सीनियर रेजिडेंट हेमंत कुमार ने कहा कि उसे सर्दी और खांसी हुई है, इसलिए एहतियात के तौर पर हमने यह कदम उठाया है। उसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 फरवरी को बिमान एयरलाइंस के बोइंग 777-300 ईआर विमान से 312 बांग्लादेशी नागरिकों को वापस लाया गया था। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमिन के मुताबिक, हम अभी वहां कोई उड़ान नहीं भेज सकते। कोई भी क्रू मेंबर वहां जाने के लिए तैयार नहीं है, लिहाजा हमने चीन में फंसे नागरिकों को इंतजार करने के लिए कहा है। मोमिन ने उन रिपोर्टों से इनकार किया, जिसमें कुछ बांग्लादेशी नागरिकों ने लॉकडाउन के कारण भोजन और पीने के जल की कमी की आरोप की थी। चीनी अधिकारी 23 जगहों पर बांग्लादेशियों को भोजन और जल उपलब्ध करा रहे हैं।
उधर, भारतीय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शनिवार को कहा कि जो विदेशी 15 जनवरी को या उसके बाद चीन गए, उन्हें भारत आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। डीजीसीए ने शनिवार को एयरलाइंस को दिए अपने सर्कुलर में कहा कि पांच फरवरी से पहले चीनी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा निलंबित कर दिए गए हैं। चीन में कोरोनावायरस से 810 लोगों की मृत्यु हो गई है। जबकि हॉन्गकॉन्ग और फिलीपींस में 1-1 युवक की जान गई है। चीन में 37111 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
- डीजीसीए ने स्पष्ट किया- यह वीजा प्रतिबंध एयरक्रू पर लागू नहीं होंगे। एयरक्रू चीनी नागरिक या चीन से आने वाले अन्य विदेशी नागरिक हो सकते हैं। 15 जनवरी या उसके बाद चीन जाने वाले विदेशियों को भारत-नेपाल, भारत-भूटान, भारत-बांग्लादेश या भारत-म्यांमार भूमि सीमाओं समेत किसी भी हवाई, भूमि या बंदरगाह से भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
- भारतीय एयरलाइंस में इंडिगो और एयर इंडिया ने दोनों देशों के बीच अपनी सभी उड़ानें निलंबित कर दी हैं। स्पाइसजेट की दिल्ली से हॉन्गकॉन्ग के लिए उड़ान सेवा अभी जारी है। 1 और 2 फरवरी को एयर इंडिया ने चीनी शहर वुहान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए अपने दो विशेष विमान भेजे थे। सात मालदीव के नागरिकों समेत 647 भारतीयों को वहां से नई दिल्ली लाया गया था।
कोरोनावायरस से होने वाली मौतों ने सार्स को पीछे छोड़ दिया है। वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया कि सार्स 2002-03 में 26 देशों में फैला था और नौ महीने में 774 लोगों की जान गई थी। जबकि कोरोनावायरस की चपेट में 27 से अधिक देश हैं। इससे अब तक 812 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, 2649 लोग रिकवर हो चुके हैं और उन्हें चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गई है। हुबेई में 1400 लोग ठीक हो चुके हैं।
चीन ने कोरोनावायरस का नाम बदलकर नोवेल कोरोनावायरस निमोनिया (एनसीपी) रखा है। सरकार ने कहा है कि वहां की सरकारी संस्थाओं द्वारा इसे एनसीपी के नाम से जाना जाएगा। वायरस के कारण से चीन में 30 से अधिक शहरों को लॉकडाउन कर दिया गया है। सबसे अधिक प्रभावित हुबेई प्रांत में 780 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
कोरोनावायरस के सिंगापुर में 33, थाईलैंड में 32, हॉन्गकॉन्ग में 26, जापान में 25, दक्षिण कोरिया में 24, ताइवान में 17, मलेशिया में 16, ऑस्ट्रेलिया में 15, जर्मनी और वियतनाम में 13, अमेरिका में 12, फ्रांस में 11, मकाउ में 10, कनाडा और यूएई में 7-7, इटली, ब्रिटेन, फिलीपींस और भारत में 3-3, नेपाल, कंबोडिया, ब्लेजियम, स्पेन, फिनलैंड, स्वीडन, श्रीलंका में 1-1 मामलों की पुष्टि हुई है।