पूर्वी चंपारण – जिले के हरिसिद्धि प्रखंड में घातक चायनीज़ कोरोना विषाणु संक्रमण के विषय में जागरुकता फैलाने और ग्रामीणों से तालाबंदी निशानिर्देशों व सामाजिक दूरियों का पालन करने का आग्रह करने पहुंची एक चिकित्सा और पुलिस दल पर स्थानीय लोगों ने आक्रमण कर दिया।
एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा के अनुसार इस आक्रमण में सुरक्षाकर्मी और स्वास्थय प्रबंधक घायल हुए हैं।
एसडीओ ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि लोग गांव में तालाबंदी के दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे। चिकित्सा दल के साथ पुलिस दल गांव पहुँच कर ग्रामीणों को संक्रमण और इससे जन्म होने वाले खतरों के विषय में अवगत करने गई। परन्तु ग्रामीणों से कहासुनी हो गई जिसके कारण प्रशासन दल को वहां से वापस आना पड़ा। आक्रमण में स्वास्थय प्रबंधक और एक अंगरक्षक के साथ कुछ अन्य सुरक्षाकर्मियों को चोटें आईं हैं।
कल औरंगाबाद जिले के गोह थाना के अकौनी गांव में भी दिल्ली से आये एक व्यक्ति की सूचना पर स्थास्थ्य दल गांव पहुंची तो लोगों ने उनपर आक्रमण कर दिया था। इस आक्रमण में चिकित्सक, चालक और एक अन्य स्वास्थ्य कर्मी को चोट लगी थी। घटना कि सूचना पर सुरक्षाबल के साथ गांव पहुंचे एसडीपीओ और एसडीएम पर भी ग्रामीणों ने आक्रमण बोल दिया था। आक्रमण में एसडीपीओ समेत पुलिस कर्मी भी घायल हो गए।
बिहार के मधुबनी, भागलपुर और कटिहार समेत राज्य के कई भागों में चिकित्सकों या पुलिस दल पर आक्रमण होने की घटनाएं हो चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार बिहार में चायनीज़ कोरोनावायरस एक व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है जबकि प्रदेश में चायनीज़ कोरोनावायरस के 70 मामले सामने आए हैं।
देशभर की बात करें तो इस विषाणु के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 414 हो गई है और संक्रमण मामलों की संख्या बढ़कर 12,380 तक पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह सूचना दी। मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 के 10,477 रोगियों का अभी भी उपचार चल रहा है, जबकि 1,488 लोग ठीक हो चुके हैं और उन्हें चिकित्सालयों से अवकाश दे दी गई है और एक विदेशी नागरिक अपने देश चला गया है। कुल मामलों में 76 विदेशी नागरिक सम्मिलित हैं।