औरंगाबाद सदर : जिला में नोवले कोरोना वायरस पर नजर रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग ने इंट्रीगेटेड डिजीज ऑफ़ सर्विलांस प्रोग्राम द्वारा विकसित रिपोर्टिंग फॉर्मेट को राज्य के सभी जिलों एवं स्वास्थ्य संस्थानों को भेजा है ताकि इस रोग के प्रति सतर्कता बरती जाये। साथ ही ऐसा मामला पाये जाने पर उसकी रिपोर्ट हो व ऐसे किसी भी संक्रामक बीमारी के संदिग्ध मामलों की लगातार निगरानी हो सके.
राज्य सर्विलांस अधिकारी को दी गयी जिम्मेदारी : प्रधान सचिव ने संबंधित राज्य स्तरीय अधिकारीयों के साथ बैठक कर हालात पर कड़ी नजर रखने के संबंध में निर्देश दिया है। कोरोना-वायरस के निगरानी के लिए इंट्रीगेटेड डिजीज ऑफ़ सर्विलांस प्रोग्राम(आईडीएसपी) के राज्य सर्विलांस अधिकारी को नोडल पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है, जो जिलों तथा स्वास्थ्य संस्थानों से निरंतर संपर्क में रहेंगे। कोरोना वायरस पर गंभीर है सरकार: चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना-वायरस के मद्देनजर बिहार सरकार नियमित रूप से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कोरोना-वायरस के संबंध में प्रेषित की जा रही एडवाइजरी व अपडेट तथा प्रत्येक दिशा-निर्देशों की समीक्षा कर रही है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के आलोक में सभी जिलों को एडवाइजरी जारी किया है। हालांकि बिहार में नोवेल कोरोना-वायरस का अभी तक कोई भी मामला अभी तक नहीं मिला है। संक्रमण की समीक्षा, निगरानी एवं रोकथाम के निर्देश: चीन एवं उसके समीपवर्ती देशों में कोरोना-वायरस के प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने सभी राज्यों को दिशा निर्देश जारी किया है। इसके आलोक में राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को सभी जिलों को एडवाइजरी जारी किया है। जिसमें रोग से संबंधित समीक्षा, निगरानी, संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए समुचित तैयारी रखने के निर्देश जिलों को दिये गये हैं। यह है पूरा मामला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सचिव प्रीति सूदन ने 17 जनवरी को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिख कर इस रोग के बारे में जानकारी दी थी। पत्र में बताया गया है कि चीन के वुहान शहर में कोरोना-वायरस के 41 मामलों की पुष्टि हुई थी। हालांकि तीन जनवरी के बाद वुहान शहर से कोई नए मामलों की पुष्टि नहीं हुई है। इसके अतिरिक्त ट्रेवल संबंधित कारणों के कारण कोरोना-वायरस के एक-एक मामले थाईलैंड एवं जापान में भी मिले हैं। सभी मामलों में निमोनिया एवं गंभीर श्वसन के लक्षण पाये गये हैं।