महिला विकास निगम के सौजन्य से बाल विवाह एवं दहेज प्रथा को ले जनप्रतिनिधियों का एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन शनिवार को एएलवाई कॉलेज में किया गया। उद्घाटन एसडीएम विनय कुमार सिंह, प्राचार्य जगदेव प्रसाद यादव, मुखिया दिनेश प्रसाद यादव एवं लक्ष्मी सरदार ने किया। वीणा भारती ने बाल विवाह के विरुद्ध गीत गाकर लोगों में जागरूकता की कलाख जगाई। कार्यक्रम का संचालन हेमलता पांडेय ने किया। मौके पर एसडीएम ने कहा कि मुखिया पंचायत के नोडल पदाधिकारी होते हैं। गांव में होने वाले शादी-विवाह का पूरा ब्यौरा रजिस्टर में अंकित करते हैं। कहा कि कम आयु में होने वाली शादी से पूर्व लड़कियों की आयु का सत्यापन निश्चित रूप से कर लें। यदि बाल विवाह की जानकारी मिलती है तो माता पिता से सम्पर्क कर उन्हें समझाएं तथा विपरीत परिस्थितियों में पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दें। एसडीएम ने कहा कि बाल विवाह, दहेज प्रथा का उन्मूलन समेत अन्य सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए 19 जनवरी 2020 को जागरूकता हेतु मानव श्रृंखला बनाई जाएगी। प्राचार्य प्रो.जगदेव यादव ने कहा दहेज प्रथा एवं बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप है। इससे निजात पाने के लिए लोगों को अधिक जागरूक करने के साथ महिलाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता है। व्यापार संघ के अध्यक्ष भुवनेश्वरी साह ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगों में जागरूकता लाई जा सकती है। मौके पर महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं ने भी अपने विचार रखे। त्रिवेणीगंज के कार्यक्रम में भाग लेते अधिकारी व अन्य।