मुम्बई – महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए इस बात का संकेत दिया कि राज्य के “रेड जोन” वाले क्षेत्रों – विशेषत: मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहरी क्षेत्रों में जहां महाराष्ट्र के कुल मामलों के 90 प्रतिशत मामले सामने आए हैं, में मई के अंत तक तालाबंदी को बढ़ाया जा सकता है।
विदित हो कि तालाबंदी 3.0 की अवधि 17 मार्च को पूर्ण हो जाएगी।
सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने सरकार को इस बात पर सुझाव दिया कि कैसे स्थिति को और श्रेष्ठतर ढंग से संभाला जा सकता है। विधानसभा में विपक्ष के नेता और भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रवीण डारेकर और वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि मुख्यमंत्री तालाबंदी को बढ़ाना चाहते हैं।
कुछ अन्य नेताओं ने फंसे हुए प्रवासियों और प्रशासन में समन्वय की कमी की बात कही जिसके परिणामस्वरूप शराब की दुकानों और छोटे दुकानों को खोलने को लेकर संशोधित आदेश दिए गए।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के परिस्थिति को लेकर कहा कि शहर में स्थिति विकट है। उन्होंने सायन चिकित्सालय में कोविड-19 रोगीकक्ष में भर्ती रोगियों के निकट ही मृत शरीरों को रखे जाने का विषय भी उठाया। उन्होंने कहा कि मुंबई में शराब की दुकानों को खोले जाने का निर्णय सही नहीं था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पर्शोन्मुख रोगियों की भी जांच की जानी चाहिए। औद्योगिक क्षेत्र को पुन: पुनर्जीवित करने हेतु वित्तीय पैकेज की घोषणा की जानी चाहिए। अर्थव्यवस्था को पुन: आरम्न्भ करने हेतु बनाई गई योजनाओं पर कार्य पुन: आरम्न्भ हो जाना चाहिए।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को विश्वास जताया कि मुंबई में अगले 15 से 20 दिन में कोविड-19 के मामलों में तेजी से गिरावट देखने को मिलेगी। टोपे ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल यहां स्थिति पर विचार-विमर्श करने हेतु शहर में है।
मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से मुंबई में अगले 15 से 20 दिन में इस महामारी को नियंत्रित कर लिया जाएगा। विदित हो कि महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों की संख्या 17,974 है जिनमें से 11,394 मामले केवल मुंबई से है। राज्य में हुई 694 मौतों में से 437 व्यक्तियों की मृत्यु मुंबई में हुई है।